(न्यूज़लाइवनाउ-Pakistan) पहले Pakistan में इंडिया की पोस्टर दिखने पे लोग सीधा जेल बेज देते थे। लेकिन अब यही लोग हिम्मत दिखा रहे है। खुल कर पोस्टर भी लहरा रहे है और साथ ही नारे भी लगा रहे है। और ये सब हो रहा है पाकिस्तान के सबसे बड़े सूबे में।
ये न तो पंजाब है न खैबर पख्तून बल्कि ये सूबा है बलूचिस्तान जहा सबसे ज्यादा कुदरती सामान है लेकिन यही सबसे ज्यादा अपमान भी है।
Pakistan: बलूचिस्तान के लोग क्यों खुदको पाकिस्तानी नही कहना चाहते है?
आखिर ऐसा क्या हुआ की बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के दिन काला झंडा दिखाते नजर आते है? क्यों ये लोग भारत के स्वतंत्रता दिवस पे खुशी जाहिर करते है?
और साथ ही भारत से कदम बढ़ाने की अपील की जा रही है। पाकिस्तानी नारा लगाते हुए बोलते है की, “मोदी जी कदम बढ़ाओ हम तुम्हारे साथ है। मोदी गो अहेड। कदम बढ़ाओ बीजेपी हम तुम्हारे साथ है। बलोच तुम्हारे साथ है।”
बलूचिस्तान के लोगो का कहना है की प्रधान मंत्री मोदी और प्रधान मंत्री सबाब शरीफ में जमीन आसमान का फर्क है। वही भारत के प्रधान मंत्री के लोग आसमान बता रहे दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री को लोग जमीन बता रहे है।
आम जनता पाकिस्तान की मोदी जी को एक अच्छा प्रधान मंत्री बताते हुए कहते है की वे एक अच्छी बंधे है जिसे अपने देश के लिए जो कुछ भी किया है बहुत अच्छा किया है।
Pakistan का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ पंजाब और सूबे तक सीमित
14 अगस्त बीत गई लेकिन अपने स्वतंत्रता दिवस पे जलजले से उठे पाकिस्तान अब भी कांप रहा है। POK के लोगो ने पाकिस्तानी स्वतंत्रता दिवस का बहिष्कार करके अपना झंडा लहराया।
खैबर पख्तूनखान में कला झंडा लेकर लोग सड़को पे निकल आए थे। सिंध में पाकिस्तानी झंडे को आग के हवाले कर दिया गया और बलूचिस्तान में तो घरों में ही काले झंडे फहरा दिया गए थे। इसका मतलब यही हुए की पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ पंजाब और सूबे तक ही सीमित रह गया।
विदेशो में बसे बलुचिस्तानियो ने तिरंगा हाथ में उठा लिया और मोदी से अपनी आजादी की गुहार लगाते नजर आए। दरअसल बात ये है की पाकिस्तान के पास दाने नही है वही हिंदुस्तान के पास रोटी है इसलिए कहा जा रहा है की पाकिस्तानियों की बात खोटी है।
Pakistan सूबे में वही हाल नजर आ रहे है जो POK में है। POK के लोगो ने अपनी जमीन पे पाकिस्तान को पूरी तरह नकार दिया है। 14 अगस्त के मौके पे आधी रात से ही POK में पाकिस्तान से आजादी के नारे गूंजने लगे।
खबर फैलने पे सुबह पाकिस्तान की फौज और पुलिस ने आम लोगो को दोहड़ा दोहड़ा कर पीटा। पंजाब में सेना का कब्जा हुआ। अलग सिंधुदेश का आंदोलन हुए शुरू। हर जगह पाकिस्तान के खिलाफ विध्रो शुरू हुआ।
Pakistan: फैसलाबाद में हुआ विद्रोह
दरसल बात ये है की आजादी के ठीक अगले दिन फैसलाबाद में एक चर्च पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हमला कर दीया। क्रॉस तोड़ कर फेंक दिया और साथ ही इमारत को तोड़ फोड़ डाला। वही जिहादी नारे लगाए गए।
चर्चों को जला दिया गया। पांच चर्च को लूट लिया गया। मालवियो ने मस्जिदों में घोषणा करके विद्रोह के लिए उकसाया गया। यही कारण है की वहा के लोगो ने स्वतंत्रता दिवस पे तिरंगा को फहरा कर पाकिस्तान से निकलने की गुहार लगाई।
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