लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व की एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विधायकों तथा मंत्रियों को सलाहें भी दीं, सच्चाइयों से वाकिफ भी करवाया और चेतावनियां भी जारी कीं, लेकिन साथ ही साथ हंसी-मज़ाक का माहौल भी बनाए रखा… भगवा चोगा पहनकर रहने वाले मुख्यमंत्री ने खुद के बारे में मज़ाकिया लहजे में कहा, “विपक्ष इतना ज़्यादा चिंतित है कि वह योगी का सामना करने के लिए एकजुट होना चाहते हैं… जगह-जगह इस बात की चर्चा होती है कि (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी ने कैसे एक ‘नमूने’ को मुख्यमंत्री बना दिया है…”
एक-डेढ़ महीना पहले रिकॉर्ड बहुमत हासिल कर राज्य की सत्ता संभालने के बाद राजधानी लखनऊ में बीजेपी राज्य कार्यकारिणी की पहली बैठक के उद्घाटन सत्र के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “जब से बीजेपी सत्ता में आई है, मुख्यमंत्री कार्यालय के आसपास ‘हलचल’ होती रहती है… पहले लंच के बाद कुछ होता ही नहीं था…”
अपने कार्यकाल के दौरान व्यवस्था और नियमों में कई बदलावों की घोषणा कर चुके 44-वर्षीय योगी आदित्यनाथ ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि जो फैसले दो-दो साल में भी नहीं लिए गए थे, अब ‘दो-दो घंटे के भीतर’ लिए जा रहे हैं…
उन्होंने राज्य में बीजेपी विधायकों और सांसदों द्वारा दादागिरी किए जाने की हालिया घटनाओं के बारे में भी साथियों से आग्रह किया, “कानून को अपने हाथों में मत लीजिए… सरकार को बताइए, कहां कमी है… सरकार कार्रवाई करेगी…”
प्रशासन के भीतर काम करने के तरीकों को लेकर भी अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने सलाह दी कि जब मंत्रिगण जिलों में दौरों पर जाएं, उन्हें ‘स्वागत के रूप में मालाओं और गुलदस्तों की भेंट भी स्वीकार नहीं करनी चाहिए…’ मुख्यमंत्री ने कहा, “इसके स्थान पर उन्हें इकट्ठे होकर उस जगह और आसपास सफाई करनी चाहिए, जहां का वह दौरा कर रहे हैं… यही स्वच्छ भारत का वास्तविक आइडिया है…”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे देश एक नई संस्कृति की तरफ बढ़ पाएगा… उन्होंने कहा, “समाज का सबसे निचला वर्ग भी आपके (बीजेपी कार्यकर्ताओं के) साथ आ जाएगा… अगर आप उनके साथ 10 कदम चलेंगे, वे आपके साथ 20 कदम चलने के लिए तैयार हो जाएंगे…”