ग्रेटर नोएडा में दो इमारतें धराशायी, 50 से अधिक लोग दबे
चश्मदीद ने कहा, इमारतें गिरीं तो लगा जैसे भूकंप आ गया है
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में मंगलवार की रात दो इमारत के ढहने के चलते अब तक कम से कम तीन शव बरामद किए गए हैं। एनडीआरएफ के कमांडेंट पीके श्रीवस्ताव ने बताया कि नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की चार टीमें और डॉग स्क्वायड मौके पर मौजूद है। हालांकि, दबे हुए लोगों के जिंदा बचने की उम्मीद काफी कम है।हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि छह मंजिला इमारत में कितने लोग फंसे हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि परिवारों को अभी इस इमारत में शिफ्ट नहीं किया गया था लेकिन कुछ दुकानें चलाई जा रही थी। रीजनल चीफ फायर ऑफिसर अरूण कुमार सिंह ने मरनेवालों की संख्या में इजाफे की आशंका जाहिर करते हुए कहा- “हमारे में इस बात के कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं है कि जिस वक्त हादसा हुआ उस समय इमारत में कितने लोग मौजूद थे।”
बुधवार की सुबह पीड़ितों की तलाशी की जा रही थी और कम से कम 100 आपातकालीन कर्मी स्टील कटर्स और हैवी मशीन का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि उस जगह को साफ किया जा सके। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस को निर्देश दिया है कि वे एनडीआरएफ टीम के साथ राहत और बचाव कार्यों पर निगरानी रखे।एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट आर.एस. कुशवाहा ने बताया कि छह मंजिला इमारत पिछली रात ढह गई। राहत और बचाव का कार्य जारी है। एनडीआरएफ की चार टीम इस वक्त मौके पर मौजूद है।घटनास्थल पर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि राहत और बचाव के काम के लिए 12 एंबुलेंस को मौके पर बुलाया गया है। उन्होंने कहा- “हमारी प्राथमिकता अगर कोई फंसा हुआ है तो उसकी जान बचाना है। 12 एंबुलेंस यहां पर मौजूद हैं और पास के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। एनडीआरएफ और डॉग स्क्वायड की टीम भी मौक पर मौजूद हैं।”
हालांकि, इस घटना के बारे में गौतम बुद्ध नगर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट विनीत कुमार ने बताया- “अब तक यह नहीं बता चला पाया कि किया हुआ है। इस बारे में अभी कुछ भी कह पाना जल्दबाजी होगी। हमारा सबसे पहला इस वक्त लक्ष्य है अगर कोई भी फंसा हुआ है तो उसे बचाना। एनडीआरएफ की तरफ से राहत का काम चल रहा है।”