उन्नाव कांड: विधायक कुलदीप सेंगर और साथियों के ठिकानों पर CBI ने मारे छापे।

सीबीआई ने पीड़िता के गांव पहुंचकर पूछताछ की थी। पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों का रजिस्टर भी तलब किया गया था।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : CBI ने उन्नाव रेप केस के आरोपी बीजेपी के पूर्व विधायाक कुलदीप सिंह सेंगर और साथियों के 17 ठिकानों पर छापे मारे हैं। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी की विस्तृत जानकारी अभी नहीं दी गई है क्योंकि अभियान अभी जारी है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि 17 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं। आपको बता दें कि शनिवार को सीबीआई की टीम ने सीतापुर की जेल में बंद बीजेपी से निकाले गए विधायक कुलदीप सेंगर से करीब छह घंटे तक पूछताछ की थी। सीबीआई ने पीड़िता के गांव पहुंचकर पूछताछ की थी। पीड़िता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों का रजिस्टर भी तलब किया गया था। सीबीआई के एसपी संतोष कुमार, डिप्टी एसपी आरआर त्रिपाठी सीओ के साथ दोपहर बाद माखी थाने पहुंचे। यहां क्राइम और ड्यूटी रजिस्टर तलब किया। थानेदार से पूछा, घटना वाले दिन जिन पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी वह पीड़िता के जाने के बाद कहां थे। ऐसा तो नहीं कि वह बिना बताए गायब हो गए थे। कुछ देर बाद टीम के सदस्य पीड़िता के गांव पहुंचे। घर के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों से बात की। पुलिसकर्मियों से जानकारी ली कि क्या कोई पीड़िता के घर धमकी देने आया था। गांव के लोगों से भी बातचीत की। हादसे में जख्मी वकील महेंद्र सिंह के घर में छोटे भाई बालेंद्र सिंह, राम लखन सिंह, संदीप व अतुल से बात की। पूछा, 28 जुलाई को घर से बाहर जाते वक्त महेंद्र ने कुछ बताया था कि नहीं। टीम ने दोनों परिवारों की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाई। दिल्ली से पीड़िता 20 को लौटी तो आठ दिन सुरक्षा में कौन-कौन से लोग थे। क्या उनके सामने कोई धमकी देने आया था। गौरतलब है कि बीते 28 जुलाई को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी थी। हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता की मां और चाची की मौत हो गई थी, जबकि पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनका अभी इलाज चल रहा है। रेप मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपी हैं। सीबीआई ने हादसे के सिलसिले में भी सेंगर के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया है। केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती उन्नाव की रेप पीड़िता के इलाज की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। कोमा की अवस्था में भर्ती पीड़िता को बुखार के बाद निमोनिया ने जकड़ लिया है। वह पिछले 28 जुलाई से बेहोश है। वेंटिलेटर पर पीड़िता के साथ उसके वकील का भी इलाज चल रहा है। वकील का वेंटिलेटर बीच-बीच में हटाया गया। उसे ऑक्सीजन दिया गया है। वह ऑक्सीजन के सहारे है। अभी भी वकील को भी होश नहीं आया है।

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