केबल बोलने से पदक नहीं आते: दीपिका

फरीदाबाद: भारत की स्टार महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी ने तीरंदाजों को दी जाने वाली सुविधाओं पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केवल सरकार या किसी के भी बोलने से पदक नहीं आ जाते हैं। पदक जीतने के लिए खिलाड़ियों को जो भी सुविधाएं चाहिए, वह नहीं मिल पाती हैं।
दीपिका फरीदाबाद में हो रही सीनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

भारत की स्टार महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी ने तीरंदाजों को दी जाने वाली सुविधाओं पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केवल सरकार या किसी के भी बोलने से पदक नहीं आ जाते हैं। पदक जीतने के लिए खिलाड़ियों को जो भी सुविधाएं चाहिए, वह नहीं मिल पाती हैं। दीपिका फरीदाबाद में हो रही सीनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

दीपिका विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता और कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीत चुकी है, लेकिन अभी तक ओलंपिक में उनकी झोली खाली रही है। लंदन और रियो ओलंपिक में भाग लेने से पहले दीपिका भारतीय टीम का सबसे बड़ा चेहरा थीं, लेकिन वह पदक जीतने में असफल रहीं। टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों पर सवाल को लेकर दीपिका नाराज हो गई।

उन्होंने कहा कि ओलंपिक से पहले हर कोई पदक की आस लगाकर बैठ जाता है, लेकिन खिलाडि़यों को दी जाने वाली सुविधाओं पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। किसी भी तीरंदाज को ओलंपिक स्तर की सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।

37वीं सीनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता सोमवार से हुडा मैदान में शुरू हो रही है। शाम पांच बजे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर की मौजूदगी में इस प्रतियोगिता का शुभारंभ करेंगे। प्रतियोगिता में देशभर की 38 टीमों के 468 तीरंदाज हिस्सा लेंगे। प्रतियोगिता में 15 ओलंपियन और अर्जुन अवार्डी तीरंदाजों के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी।

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