गुज्जर मुस्लिम गुलाम अली खटाना राज्यसभा के लिए मनोनीत, राष्ट्रपति ने लगाई मुहर

पहली बार गुज्जर मुस्लिम राज्यसभा के लिए नामित, केंद्र सरकार ने की सिफारिश

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): भारत सरकार ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के गुर्जर मुस्लिम समुदाय के गुलाम अली को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। माना जा रहा है कि राज्यसभा में गुज्जर समुदाय को पहली बार प्रतिनिधित्व मिला है। भारत सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर के गुर्जर मुस्लिम गुलाम अली को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के खंड (तीन) के साथ पठित खंड (एक) के उप-खंड (क) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति एक मनोनित सदस्य के सेवानिवृत्त होने से रिक्त हुई जगह को भरने के लिए गुलाम अली को राज्यसभा के लिए नामित किया हैं।

गुलाम अली खटाना की इस नियुक्ति को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने से पहले इस समुदाय का विधायी निकायों में बहुत कम प्रतिनिधित्व था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त कर दिया था और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों-जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था। अनुच्छेद-370 में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया था।

बता दें कि इससे पहले जुलाई में भी केंद्र सरकार ने दक्षिण भारतीय राज्यों की चार दिग्गज हस्तियों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था, जिसमें प्रख्यात एथलीट पी.टी. उषा और महान संगीतकार इलैयाराजा शामिल हैं। कर्नाटक में समाजसेवी और धर्मस्थल मंदिर के प्रशासक वीरेंद्र हेगड़े और प्रसिद्ध स्क्रिप्ट लेखक और फिल्म निर्देशक वी.विजयेंद्र प्रसाद को भी संसद के उच्च सदन के लिए मनोनीत किया गया था।

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