गूगल के 1500 कर्मियों ने यौन शोषण के विरोध में किया वॉकआउट, रखी मांगे
अल्फाबेट के एक्सपेरिमेंटल रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट 'गूगल एक्स' के डायरेक्टर रिचर्ड डेवॉल ने भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ)वर्कप्लेस पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के खिलाफ गूगल के 1500 से ज्यादा कर्मचारी गुरुवार को ऑफिस से वॉकआउट कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। दरअसल, ‘फादर ऑफ एंड्रॉयड’ कहे जाने वाले एंडी रूबीन पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। गूगल पर आरोप है कि उसने हकीकत जानते हुए भी एंडी रूबीन को बचाया। कर्मचारी इसी का विरोध कर रहे हैं।पिछले हफ्ते अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि एंडी रूबीन पर 2013 में यौन शोषण का आरोप लगने के बावजूद गूगल ने उन्हें एग्जिट प्लान के तहत 9 करोड़ डॉलर (660 करोड़ रुपए) दिए। अल्फाबेट के एक्सपेरिमेंटल रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट ‘गूगल एक्स’ के डायरेक्टर रिचर्ड डेवॉल ने भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया था कि साल 2013 में डेवॉल ने जॉब के लिए आवेदन करने वाली एक महिला के सामने यौन प्रस्ताव रखा था। हालांकि इस्तीफा देने के बाद डेवॉल को कोई एग्जिट पैकेज नहीं दिया गया। पिछले हफ्ते गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा था, ‘हमने दो साल में यौन उत्पीड़न के आरोपी 48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इनमें 13 वरिष्ठ अफसर भी शामिल हैं। साथ ही, किसी भी आरोपी कर्मचारी को एग्जिट पैकेज नहीं दिया गया।’
गूगल के कर्मचारियों ने रखी 6 मांगें
- कर्मचारियों पर लगने वाले यौन उत्पीड़न और भेदभाव के मामलों में कंपनी अपनी दखलंदाजी खत्म करे।
- वेतन और मौकों के बीच गैर-बराबरी को खत्म किया जाए।
- यौन शोषण के मामलों में पारदर्शिता बरती जाए और इसे छिपाया न जाए।
- यौन शोषण के मामलों की शिकायत करने के लिए स्पष्ट नीति तैयार की जाए। ऐसे मामलों में पीड़िता की सुरक्षा और गोपनीयता का ध्यान रखा जाए।
- इसके लिए चीफ डायवर्सिटी ऑफिसर की जवाबदेही तय की जाए जो सीईओ को अपना जवाब दे ताकि मांगों को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर तक पहुंचाया जा सके।
- ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति की जाए जो बोर्ड के सामने कर्मचारियों का पक्ष रख सके।