दार्जिलिंग में तनाव जारी, बंद के 21वा दिन हिंसा की कोई घटना नहीं
दार्जिलिंग में तनाव जारी, बंद के 21वा दिन हिंसा की कोई घटना नहीं
दार्जिलिंग में माहौल अभी भी तनावग्रस्त है लेकिन अनिश्चित बंद के 18वें दिन कोई घटना नहीं हुई. बंद से इस हिमालयी क्षेत्र में आम जनजीवन और इसके आसपास के इलाके प्रभावित हैं.
पिछले 15 दिनों से यहां इंटरनेट सेवा निलंबित है और इस क्षेत्र में प्रवेश करने और निकलने के रास्तों पर सुरक्षा बल कड़ी निगरानी रखे हुए हैं.
जीजेएम कार्यकर्ताओं ने रविवार को भी गोरखालैंड की मांग करते हुए रैलियां निकाली. पहाड़ की विभिन्न पार्टियों ने भी इस मांग का समर्थन किया है. पहाड़ी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चौकबाज़ार क्षेत्र में मांग का समर्थन करते हुए बड़ी रैली निकाली गई
जेबी तमांग के नेतृत्व में टीएमसी के स्थानीय नेता जीजेएम में शामिल हो गए हैं और उन्होंने गोरखालैंड की मांग का समर्थन किया है.
दार्जिलिंग में शनिवार को बंद के 17वें दिन अशांति और हिंसा का माहौल रहा. जीजेएम समर्थकों ने शनिवार को पंचायत कार्यालय में आग लगाने का असफल प्रयास किया था.
टीएमसी के वरिष्ठ नेता और मंत्री गौतम देब ने केंद्र सरकार पर राज्य में स्थिति नियंत्रण के लिए पर्याप्त सहायता नहीं देने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा, ‘हमने स्थिति को काबू में करने के लिए अधिक सुरक्षा बलों की मांग की थी लेकिन केंद्र सरकार हमारे आग्रह पर ध्यान नहीं दे रही है. वो पहाड़ में फैली अशांति के ऊपर राजनीति करने में व्यस्त हैं.’