दिल्ली में स्मॉग: दो दिन से पॉल्यूशन तीन गुना बढ़ा, केजरी ने स्कूल बंद करने को कहा

नई दिल्ली. दिल्ली में दो दिन से पॉल्यूशन का लेवल नॉर्मल से तीन गुना ज्यादा हो गया है। मंगलवार को भी राजधानी में स्मॉग देखा गया। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी कम हो गई। इस वजह से 20 से ज्यादा फ्लाइट्स पर असर पड़ा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इसे लेकर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को लेटर लिखा। इसमें सुबह के वक्त स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटी पूरी तरह से बंद करने की अपील की गई है। IMA ने कहा- स्कूलों को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। जब तक जरूरी न हो, घरों के बाहर न निकलें। बता दें कि स्मॉग धुएं और कोहरे का मिक्सचर होता है।

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केजरीवाल ने  स्कूलों की छुट्टी करने को कहा-

– सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा- “दिल्ली गैस चैम्बर बन गई है। इस मौसम में यह हर साल होता है। हमें आसपास के राज्यों में फसलों के जलाने से रोकने के लिए बात करेंगे, ताकि इसका समाधान खोजा जा सके। पॉल्यूशन के बढ़ते लेवल को देखते हुए मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से कहा है कि वे कुछ दिन स्कूल बंद रखें।”
– उधर, स्मॉग से निबटने के लिए एन्वायरन्मेंट मिनिस्ट्री ने इस मसले पर एक मीटिंग बुलाई है।
सरकारों ने पहले ही जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए: NGT
– नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पॉल्यूशन लेवल को लेकर दिल्ली, यूपी और हरियाणा सरकार को फटकार लगाई। एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस स्वतंत्र कुमार पूछा कि एयर क्वालिटी खराब होने से रोकने के लिए तीनों राज्यों की सरकारों ने पहले ही जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए ?
– बेंच ने कहा, ”हवा का स्तर बहुत खराब होता जा रहा है, इससे बच्चे सांस नहीं ले पा रहे हैं। हमारे ऑर्डर के मुताबिक, हेलिकॉप्टर से पानी का छिड़काव क्यों नहीं किया गया? कल तक जरूरी डायरेक्शन को लेकर सरकारें रिपोर्ट दाखिल करें।”
सीआईएसएफ ने जवानों के लिए 9000 मास्क दिए
– दिल्ली में पॉल्यूशन के बढ़ते लेवल को देखते हुए सीआईएसएफ ने आईजीआई एयरपोर्ट, दिल्ली मेट्रो, मंत्रालयों और दूसरे संस्थानों में तैनात अपने जवानों के लिए 9000 मास्क जारी करने के आदेश दिए हैं। सीआईएसएफ के डायरेक्टर जनरल (डीजी) ओपी सिंह ने कहा- “2000 प्रोटेक्टिव फेस मास्क जारी कर दिए गए हैं। वहीं, शेष 7000 मास्क को कुछ घंटों में भेज दिए जाएंगे।”
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कहा- दौड़ना तो दूर लोग बाहर पैदल तक न चलें
– इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के प्रेसिडेंट डॉ. केके अग्रवाल के मुताबिक, “हमने दिल्ली के लिए हेल्थ इमरजेंसी डिक्लेयर की है। पॉल्यूशन का लेवल कम नहीं आ जाता, लोगों को दौड़ना तो दूर वॉक भी नहीं करना चाहिए। इससे हार्ट डिसीज और अचानक मौत का खतरा हो सकता है। स्कूलों को तुरंत बंद करना चाहिए। बच्चों को नुकसान हो सकता है। जरूरी न हो तो लोग घरों से बाहर न निकलें।”
– सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CBCB) ने एयर क्वालिटी को सीवियर (खतरनाक) करार दिया है। इससे पहले 20 अक्टूबर (दिवाली के दूसरे दिन) को भी दिल्ली में एयर क्वालिटी को सीवियर घोषित किया गया था।
– दिल्ली के 14 एयर मॉनिटरिंग स्टेशन पर एयर क्वालिटी बहुत खराब है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 है, जबकि 100 को नॉर्मल माना जाता है।
स्मॉग का कैसे पड़ता है बच्चों पर असर
– डॉ. केके अग्रवाल ने लिखा- “बच्चे जब शारीरिक परिश्रम करते हैं, तो उन्हें ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में, सांस के साथ पॉल्यूशन की बड़ी मात्रा बच्चों के शरीर में जाती है। यह बच्चों के फेफड़ों में ग्रोथ का वक्त होता है, पर पॉल्यूशन से फेफड़ों के विकास पर असर पड़ता है और भविष्य में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।”
– “रेडियो, टेलीविजन के अलावा सोशल मीडिया से भी प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए कि मॉर्निंग वॉक से बचें। स्मॉग की वजह से तब एक सामान्य आदमी को भी सांस लेने में दिक्कत होगी। इसलिए हृदय और अस्थमा के मरीजों के अलावा बुजुर्ग और बच्चों को कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए।”
नाइट्रोजन ऑक्साइड का लेवल साढ़े सात गुना बढ़ा
– दिल्ली में सर्दियां शुरू होने के बाद इस सीजन में पहली बार नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे बेहद खतरनाक पॉल्यूशन पार्टिकल्स का लेवल साढ़े सात गुना तक बढ़ गया है। रविवार रात डेढ़ बजे नाइट्रोजन ऑक्साइड का स्तर 600 एमजीसीएम तक पहुंच गया। इसका नॉर्मल लेवल 80 एमजीसीएम होता है। वहीं, सोमवार को आनंद विहार और आरकेपुरम में इसका लेवल 120 से ज्यादा दर्ज हुआ। आरकेपुरम में शाम छह बजे नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का लेवल 170 एमजीसीएम दर्ज हुआ।
– 20 में से 12 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में पीएम 2.5 का स्तर 150 से ज्यादा दर्ज हो रहा है।
गाड़ियों केपॉल्यूशनपार्टिकलहोते हैं नाइट्रोजन ऑक्साइड
– एक्सपर्ट्स का कहना है कि नाइट्रोजन ऑक्साइड गाड़ियों से निकलने वाले प्रदूषित कण होते हैं। इनका स्तर सुबह, शाम और रात में ज्यादा हो रहा है। इस वजह से तापमान कम होना शुरू हो गया है, जिससे ये ऊपर न उठकर पृथ्वी के करीब ही रह जाते हैं।
– सोमवार को शहर के 17 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में पीएम 2.5 और पीएम 10 की एयर क्वालिटी इंडेक्स में 24 घंटे की वैल्यू 354 दर्ज हुई। यह और बढ़ने की आशंका है।
आंखों में जलन बच्चों के लिए खतरनाक
– इंडियन एसोसिएशन फॉर एयर पॉल्यूशन कंट्रोल के जनरल सेक्रेटरी श्याम कृष्ण गुप्ता का कहना है कि गाड़ियों के प्रदूषण से पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में 50% तक बढ़ोत्तरी हो रही है। नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर ज्यादा दर्ज हो रहा है। इससे आंखों में जलन होने लगती हैं। यह फेफड़ों की कोशिकाओं पर भी असर डालता है। इससे दिल की धमनियों पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी में कम से कम हिस्सा लेना चाहिए।
धुंध और धूल के पार्टिकल्स बढ़ा रहे हैं पॉल्यूशन लेवल
– 12 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशनों में पीएम 2.5 का स्तर 150 से ज्यादा दर्ज हो रहा है। स्काइमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि पहले 12 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा तेज हवा चल रही थी। सोमवार से यह 3 किमी रही। इससे दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम-10 जैसे प्रदूषित कणों के साथ गाड़ियों से निकलने वाले प्रदूषित कणों में भी इजाफा हो रहा है। सुबह के वक्त धुंध के साथ धूल के कण मिलकर पॉल्यूशन को बढ़ा रहे हैं।

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