नहीं रहे अमेरिका के वॉर हीरो जॉन मैक्केन, कैन्सर के कारण हुई मृत्यु

बता दें कि जॉन मैक्केन का मस्तिष्क के कैंसर के कारण निधन हो गया, इस सप्ताह उन्होंने कैंसर का इलाज लेना बंद कर दिया था

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : अमेरिका के वॉर हीरो और सीनेटर जॉन मैक्केन का लंबी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके कार्यालय से बयान जारी कर कहा गया, ‘सीनेटर जॉन सिडनी मैक्केन III का निधन हो गया । 25 अगस्त को शाम चार बजकर 28 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली, इस दौरान परिवार के लोग भी उनके पास मौजूद थे ।’ मैकेन अपने पीछे पत्नी सिंडी, 106 साल की मां रॉबर्टा मैक्केन और सात बच्चे छोड़ गए हैं। बच्चों में से तीन उनकी पहली शादी कैरोल शेप से हैं। बता दें कि जॉन मैक्केन का मस्तिष्क के कैंसर के कारण निधन हो गया, इस सप्ताह उन्होंने कैंसर का इलाज लेना बंद कर दिया था।मैक्केन के निधन पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ‘हम सभी उनके कर्जदार हैं।’ वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैक्केन के लिए उनके मन में बहुत आदर है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ‘मैक्केन के परिवार के प्रति मेरी संवदेनाएं हैं, हम आपके लिए प्रार्थना करते हैं।’बता दें कि मैक्केन दो बार राष्ट्रपति पद के लिए दावेदार रहे थे। मैक्केन साल 2008 के चुनाव में ओबामा से राष्ट्रपति की उम्मीदवारी हार गए थे। मैक्केन को युद्ध के हीरो के रूप में जाना जाता है। वियतनाम में वह पांच साल तक कैदी के रूप में रहे थे और वहां उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया था।जॉन मैक्केन ने बतौर सीनेटर तीन दशक सीनेट में बिताए। इस दौरान उन्होंने युद्ध, शांति, देश की दशा-दिशा पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने 1983-1987 तक अमेरिकी प्रतिनिधि के तौर भी काम किया। वे बीमारी के कारण पिछले कुछ दिनों से सीनेट में मौजूद नहीं थे।मैकेन को अमेरिकी राष्ट्रपति का घोर आलोचक माना जाता था। मैक्केन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस कदर नाराज रहते थे, कि उन्होंने कहा था कि मेरी अंतिम इच्छा है कि ट्रंप मेरे अंतिम संस्कार में शामिल न हों। उन दोनों के बीच के मतभेद मौलिक थे और उनके मूल्यों में भी जमीन-आसमान का फर्क था। दोनों के मतभेद भी हमेशा सार्वजनिक रहे। जब ट्रंप ने जून 2015 में रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। तब उन्होंने कहा था कि कई मैक्सिकन अप्रवासी अपराधी और बलात्कारी थे। उस वक्त मैक्केन ने उनकी इस भाषा की कड़ी निंदा की थी।

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