नांदेड़ महानगरपालिका में कांग्रेस की 81 में से 69 सीटों पर जीत

नांदेड़-वाघाला मनपा के चुनाव में कांग्रेस ने फिर बाजी मार ली है। 81 सदस्यीय मनपा सदन में कांग्रेस को 69 सीटें मिली हैं। मनपा की स्थापना से आज तक कांग्रेस को मिली यह सबसे बड़ी जीत है। वहीं 51 सीटों का दावा करने वाली भाजपा को सिर्फ 6 सीटें मिली हैं। शिवसेना एक सीट पर विजयी रही। जबकि तीन सीटें निर्दलीयों के खाते में गई हैं। इस चुनाव में भाजपा की हार का सबसे बड़ा कारण शिवसेना के बागी विधायक प्रतापराव पाटील चिखलीकर को माना जा रहा है। पाटील ने भाजपा के पक्ष में जोरदार अभियान चलाया था। वहीं, शिवसेना की हार के पीछे उसके आधे से ज्यादा पदाधिकारियों के भाजपा में शामिल होना बताया जा रहा है।

नांदेड़-वाघाला मनपा में कांग्रेस का गढ़ बचाने में कामयाब रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा है कि इस हार से राज्य की सत्ता से भाजपा की उलटी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सभी नगरसेवक चुनाव हार गए। चव्हाण ने कहा कि भाजपा ने सत्ता व पैसे के बल पर यह चुनाव जीतने की पूरी कोशिश की, लेकिन नांदेड़ की जनता ने उसे नकार दिया। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा की लहर अब खत्म हो चुकी है।

नांदेड़ मनपा चुनाव में पराजित होने वाली भाजपा ने नागपुर, मुंबई, कोल्हापुर और पुणे मनपा की एक-एक सीटों के उपचुनाव में जीत हासिल की है। चार सीटों के इस उपचुनाव में भाजपा को तीन और उसकी सहयोगी ताराराणी आघाड़ी पक्ष को एक सीट मिली है। नागपुर मनपा के वार्ड-35(अ) से भाजपा प्रत्याशी संदीप गवई विजयी हुए हैं। कोल्हापुर मनपा के वार्ड-11 पर ताराराणी-भाजपा आघाड़ी के उम्मीदवार रत्नेश शिरोलकर ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस-राकांपा के प्रत्याशी राजेश लाटकर को हराया। पुणे मनपा के वार्ड-21(अ) से भाजपा के हिमाली कांबले ने बाजी मारी है। वहीं मुंबई में वार्ड-116 से भाजपा प्रत्याशी जागृति पाटील विजयी हुई हैं। उन्होंने शिवसेना उम्मीदवार मीनाक्षी पाटील को हराया। चुनाव परिणामों के बाद भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि अगले कुछ महीनों में मुंबई मनपा में हमारा महापौर होगा। 227 सदस्यीय मुंबई मनपा में भाजपा के नगरसेवकों की संख्या 83 हो गई है। जबकि शिवसेना के 84 नगरसवेक हैं। उन्होंने दावा किया कि कुछ महीनों में भाजपा के नगरसेवकों की संख्या 84 होगी और शिवसेना के 83 नगरसेवक रह जाएंगे। उपचुनाव में शिवसेना की हार का अर्थ है पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की पराजय।

Leave A Reply