मेघालय: शिलांग में सिक्खों पर हमले से दुनिया भर में रोष, कहा जहाँ ख़ासी दिखेंगे उनसे निपटा जाएगा।
ख़ासियों की दादागिरी उनपर ही पड़ सकती है भारी।
(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) शिलांग: सिक्खों पर हमले की खबर से देश-विदेश के सिक्खों में रोष फैल गया है। आरोप है कि लम्बे समय से मेघायल में क्रिश्चन संगठनों द्वारा प्रेरित स्थानीय ख़ासी समुदाय के लोग बार-बार सिक्खों को परेशान कर रहे हैं। ख़ासियों की गुण्डागर्दी का आलम ये है कि वो ना तो कोई कानून जानते हैं और ना ही कोई इंसानियत। शिलांग में एक सिक्ख व्यक्ति आरोप लगाते हुए कहते हैं कि भारत सरकार शिलांग का सच जानते हुए भी चुप है। इंटरनेट के माध्यम से ये ख़बर सात समंदर पार भी जा पहुंची है। जहाँ अमेरिका, कनाड़ा, ऑस्ट्रेलिया में रह रहे सिक्ख संगठनों ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। कुछ एनआरआई सिक्खों ने तो यहाँ तक कह दिया कि जहाँ भी मेघालय से बाहर ख़ासी दिखें इनके साथ भी ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा। दुनिया भर में जहाँ भी ख़ासी नजर आये ये लोग बच नहीं पाएंगे। इस तरह ख़ासियों ने अपने आप को अब मुसीबत में डाल लिया है।
सिखों की सुरक्षा की खबर लेने के लिए ‘मीडिया’ ने मेघालय के सीएम से फोन पर बातचीत की। जब मीडिया ने शिलांग में सिक्खों के हालात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सभी लोगों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मेघालय में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस और अन्य फोर्स मौजूद हैं। जब मीडिया द्वारा पूछा गया कि जो सिक्ख लोग मुसीबत में हैं और अपनी सुरक्षा के लिए गुरुदवारे में शरण लिए हुए हैं, वो सब कब अपने घरों तक पहुंचेंगे? इसपर सीएम ने कहा कि वह अभी अपनी सुरक्षा के लिए वहां रुके हुए हैं, जल्द ही उन्हें अपने अपने घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री के इस व्यान के बाद सिक्खों का कहना है कि आप इसी बात से ख़ासियों की गुण्डागर्दी का अंदाज़ा लगा सकते हैं कि मुख्यमंत्री को भी कहना पद रहा गुरूद्वारे में सुरक्षा के कारण रुके हुए हैं। वहीं मीडिया ने जब वहां के नागरिकों से इस संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि शिलांग में अभी सिखों के हालात बहुत खराब हैं। सिख परिवार वहां अपनी सुरक्षा को लेकर काफी चिंतत हैं। इसी संबंध में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर ने भी मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा से बातचीत की। कॉनराड ने भी सिक्खों की सुरक्षा का कैप्टन अमरिंदर को भरोसा दिलवाया। ज्ञात हो कि इसी मामले में अकाली दल की एक टीम वहां हालातों का जायजा लेने और सिख परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए शिलांग रवाना हो गई है।