(न्यूज़ लाइव नाऊ) : यूपी में सीएम योगी को बदनाम करने की साजिश ररचने वाले दो समाजवादी पार्टी के नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस इन नेताओं से पूछताछ कर रही है. इन दोनों नेताओं पर आरोप है कि इन्होने यूपी विधानसभा और सीएम आवास के सामने आलू फेंके थे. आलू फेंकने के पीछे इन नेतन की मंशा जनता में अविश्वास का माहौल तैयार करना था,जिस से जनता में यह सन्देश जाए कि किसानों को आलू की खेती का सही रेट नहीं मिल रहा है, और किसान आलुओं ऑ सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं.
खुलासा ये हुआ है कि दोनों नेता प्रदीप सिंह और अंकित सिंह कन्नौज के कोल्ड स्टोरेज से आठ गाड़ियों में आलू भरकर लखनऊ पहुंचे थे और सुबह-सुबह उसे सीएम आवास के बाहर फेंककर फरार हो गए। पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जिस वाहन से आलू गिराया गया उसके चालक के बयान के आधार पर इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों लोहिया वाहिनी के सदस्य बताये जा रहे हैं।
गौरतलब है कि छह जनवरी की तड़के कुछ लाेगों ने हजरतगंज इलाके में विधानभवन से लेकर गौतमपल्ली इलाके में लोहिया पथ पर आलू गिराये थे। इस संबंध में गौतमपल्ली थाने में तैनात रात्रि अधिकारी उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार, कांस्टेबल कोमल सिंह और नवीन कुमार के अलावा हजरतगंज थाने में तैनात रात्रि बीट डयूटी कांस्टेबल अंकुर चौधरी और वेद प्रकाश को निलम्बित कर दिया गया था।
जहां आलू फेंके गये थे वे क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से काफी संवेदनशील हैं। आलू फेंके जाने के बाद सूबे की राजनीति काफी गरम हो गयी थी। विपक्षी दलों ने सरकार पर किसानों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था।