लेजर रक्षा प्रणाली के जरिए अपनी रक्षा करेगा चीन।
भारत से सटे तिब्बत के पठार और विवादित दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर आसानी से तैनात किया जा सकता है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : चीन ने एक नई लेजर रक्षा हथियार प्रणाली विकसित की है। यह ड्रोन, गाइडेड बम और मोर्टार जैसे कई प्रकार के हमलों को रोकने में समर्थ है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी गुआंग्डोंग प्रांत के झुहाई शहर में आयोजित एक एयर शो के दौरान इसे प्रदर्शित किया गया। इसे भारत से सटे तिब्बत के पठार और विवादित दक्षिण चीन सागर के द्वीपों पर आसानी से तैनात किया जा सकता है। वाहन पर ले जाने में सक्षम एलडब्ल्यू -30 लेजर रक्षा हथियार प्रणाली को चीन एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (सीएएसआइसी) द्वारा विकसित किया गया है। चीन के सबसे बड़े मिसाइल निर्माताओं में से एक सीएएसआइसी के अनुसार, फोटोइलेक्ट्रिक मार्गदर्शक उपकरणों के माध्यम से एलडब्ल्यू -30 लेजर रक्षा हथियार प्रणाली ड्रोन, गाइडेड बम और मोर्टार जैसे कई प्रकार के हवाई लक्ष्यों को रोकने के लिए एक लेजर का उपयोग करती है। इस प्रणाली में रडार कमांड संचार वाहन, एक लेजर वाहन और एक सहायक वाहन शामिल है। विशिष्ट परिदृश्यों और मांगों के आधार पर प्रणाली को महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आसानी से तैनात किया जा सकता है।