सिर्फ 12 घंटे में तय होगा दिल्ली से मुंबई का सफर, जानिए एक्सप्रेस हाईवे की योजना के बारे में
यह मुंबई- नागपुर समृद्धि एक्सप्रेस राजमार्ग से भी जुड़ा होगा
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : जल्द ही आप महज 12 घंटों के अंदर मुंबई से दिल्ली का सफर तय कर सकेंगे। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक और महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी दी है। इसके तहत एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण किया जाएगा, जो राष्ट्रीय राजधानी को वित्तीय राजधानी से जोड़ा जाएगा। जिससे आप केवल 12 घंटे के अंदर दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे। इस हाईवे के पहले चरण का काम इस साल के अंत में शुरू हो जाएगा। मुंबई के नजदीक उरण में जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट में संवाददाताओं से बात करते हुए गडकरी ने यह जानकारी दी।गडकरी ने कहा, ‘इस परियोजना में करीब एक लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह मुंबई- नागपुर समृद्धि एक्सप्रेस राजमार्ग से भी जुड़ा होगा। परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुंबई से वडोदरा के पहले चरण के लिए अनुबंध का फैसला लिया जा चुका है। कार्य दिसंबर में शुरू होगा और अगले ढाई सालों में पूरा हो जाएगा।’गडकरी ने कहा, ‘यह मार्ग राजस्थान में अलवर, मध्य प्रदेश के झाबुआ और अन्य जनजातीय क्षेत्रों जैसे जनजातीय मार्गों के माध्यम से होकर गुजरेगा। चूंकि मार्ग पिछड़े क्षेत्रों से गुजरेगा, इसलिए भूमि अधिग्रहण दर प्रति हेक्टेयर 7 करोड़ रुपये से घटकर 80 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर हो गया है। हम इसके माध्यम से 16,000 करोड़ रुपये बचाएंगे।’इसके अलावा, गडकरी ने राज्य में अन्य जल कनेक्टिविटी परियोजनाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि ठाणे से वसई-विरार तक जल कनेक्टिविटी परियोजना को सागरमाला परियोजना के पहले चरण में पूरा किया जाएगा और इसके लिए 1200 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। गडकरी ने यह भी बताया कि मंत्रालय विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए ‘भारत माला’ बॉन्ड के माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है। इस बॉन्ड की अक्टूबर में लॉन्च होने की संभावना है। गडकरी ने कहा कि वे बॉन्ड पर करीब 8.5 फीसद रिटर्न देने की कोशिश कर रहे थे। गडकरी ने कहा कि मुंबई और ठाणे मार्ग पर वाणिज्यिक वाहन के यातायात को कम करने की कोशिश करने के रूप में हम सूरत-नासिक-पुणे को सीधे जोड़ते हुए मार्ग बना रहे हैं।गडकरी ने गंगा सफाई परियोजना के जल्द पूरा होने का भी विश्वास जताया। उन्होंने बताया, ‘गंगा नदी और इसकी सहायक नदियों से जुड़े करीब 40 नाला हैं। 255 परियोजनाओं में से लगभग 60-65 पूरी हो चुकी हैं। दिल्ली में 12 परियोजनाएं हैं और इन 12 में से 11 पर निर्णय लिया जा चुका है। 12 वीं परियोजना जेआईसीए के साथ है। हमने मथुरा में एक हाइब्रिड नट (NUT) मॉडल दिया है। इंडियन ऑयल द्वारा 80 एमएलडी (प्रति दिन लाखों लीटर) नाले का पानी खरीदा जा रहा है। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मार्च के अंत तक 80 फीसद काम पूरा हो जाएगा।’ गडकरी ने लोगों से गंगा सफाई मिशन में अपना योगदान देने की भी अपील की है और कहा कि उनका विभाग फंड को बढ़ाने में सक्षम होगा लेकिन वे चाहते हैं कि लोग मिशन में भाग ले सकें, जो भी वे योगदान कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें 250 करोड़ रुपये डोनेशन के रूप में गंगा के लिए मिले हैं। उन्होंने बताया कि हम घाट और कई अन्य काम कर रहे हैं। हमने एक करोड़ लोगों से धन इकट्ठा करने का फैसला किया है। लोग सीधे अपने योगदान (सहायता राशि) खाते में जमा कर सकते हैं। हम इसके लिए धन जुटाने के लिए सक्षम हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि लोग योगदान दें। गडकरी ने कहा कि यह मिशन मुश्किल भरा जरूर है, लेकिन उन्हें इसके पूरा होने का पूरा विश्वास है।