– दूसरी ओर नेशनल हाईवे-9डिंग मोड़ पर सुबह करीब 7 बजे रोडवेज की एक बस और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में टक्कर हो गई। इसके बाद एक-एक करके दो ट्रक और कई अन्य वाहन भी भिड़ते चले गए।
– इसी तरह पानीपत में भी नेशनल हाईवे नंबर 1 पर सुबह फ्लाईओवर पर एक टूरिस्ट बस की ट्रक से टक्कर हो गई। इसकी वजह भी स्मॉग को ही माना जा रहा है। बता दें कि पानीपत सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दोपहर करीब 1 बजे तक सड़कों पर स्मॉग की वजह से दिखाई न के बराबर दे रहा था।
– आईएमडी के अनुसार 13 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ वेस्टर्न हिमालयन रीजन में असर दिखा सकता है। तेज हवा चली या बरसात हुई तो इससे राहत मिल सकती है। अमूमन इस तरह का मौसम 10 दिसंबर के बाद होता है। नमी सुबह 100 व दोपहर बाद 68 फीसदी होने से छोटी-छोटी बूंदें आसमान में अटक गई हैं, इससे दृश्यता बहुत कम हो चुकी है।
– इसके अलावा जो फॉग के बाद स्मॉग बना है, इसमें पटाखे व पराली का असर है। दोनों का धुआं इसमें शामिल हो गया है। ऐसे में यह स्मॉग बन गया है।
– करनाल के गांधी अस्पताल के डॉ. अरुण गांधी के अनुसार इससे सांस संबंधी रोग हो सकते हैं, त्वचा संबंधी बीमारी भी बन सकती हैं। कभी गर्मी, ठंड बढ़ने से निमोनिया, ठंड लगने के रोगी भी बढ़ सकते हैं, इसलिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें,घर से दुपहिया वाहन पर निकलें तो हेल्मेट का प्रयोग करें।