2500 अस्थाई कर्मचारियों को होंडा ने बाहर निकाला।
बाहर निकाले गए कर्मचारी होंडा प्लांट के बाहर जमा हो गए हैं और वो मैनेजमेंट के फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : मंदी की मार से बड़ी कंपनियों के कर्मचारी भी अब सुरक्षित नहीं लग रहे। मंदी की वजह से होंडा कंपनी ने अपने गुरुग्राम के मानेसर प्लांट से करीब 2500 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है। निकाले गए सभी कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए कर्मचारी थे। कंपनी से निकाले जाने के बाद कर्मचारी विरोध में सड़क पर उतर आए हैं। बाहर निकाले गए कर्मचारी होंडा प्लांट के बाहर जमा हो गए हैं और वो मैनेजमेंट के फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक प्लांट के बाहर करीब 250 से ज्यादा कर्मचारी जमा हो गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्लांट के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि बिना किसी नोटिस के उन्हें बाहर निकाल दिया गया है, जिसका वो विरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि मंदी की वजह से पिछले चार महीने से लगातार ऑटो इंडस्ट्री का बुरा हाल है। हालात से निपटने के लिए बीते कुछ महीनों में ऑटो कंपनियों ने अस्थाई तौर पर उत्पादन पर रोक लगा दी। इसके साथ ही कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी भी तेज हो गई है। इससे पहले अगस्त महीने में उपभोग घटने से आई सुस्ती के मद्देनजर होंडा ने मानेसर प्लांट से 700 अस्थायी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया था। इसके अलावा कंपनी वर्तमान मंदी से निपटने के लिए अन्य लागत कटौती उपायों की योजना बना रही है। हालांकि फेस्टिव सीजन के दौरान अक्टूबर महीने में होंडा की टू-व्हीलर की बिक्री शानदार रही है। इस दौरान होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने 4,87,782 यूनिट बेचीं। सितंबर की तुलना में होंडा की बिक्री 7 प्रतिशत ज्यादा रही।