इलाहाबाद. शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने इलाहाबाद में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा, “अयोध्या राम की धरती है, वहां राम का ही मंदिर बनेगा। अगर मुस्लिम समुदाय चाहता है कि मस्जिद बने, तब मुस्लिम आबादी को देखते हुए एक मस्जिद का निर्माण कराया जा सकता है। वैसे फैजाबाद और अयोध्या में रहने वाले मुसलमानों के लिए पर्याप्त मस्जिदें हैं।
मुलाकात के बाद वसीम रिजवी ने कहा, “बातचीत को लेकर सुन्नी वक्फ बोर्ड का कोई अधिकार नहीं बनता है। मस्जिद शियाओं की है। इस मामले का हल शिया वक्फ बोर्ड ही निकालेगा। लोगों की भावनाओं और हित को देखते हुए अयोध्या में उसी जगह पर राम मंदिर का निर्माण होगा।” वसीम रिजवी ने दावा किया कि, “बातचीत अपने आखिरी स्टेज में हैं। बातचीत और चर्चा के बाद सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करेंगे।”
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा,”1944 में ही सुन्नी वक्फ बोर्ड का रजिस्ट्रेशन सिविल कोर्ट, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो चुका है।वो पूरी तरीके से अवैध है। इस तरीके से जब उनका अधिकार ही नहीं, सुन्नी वक्फ बोर्ड क्यों हस्तक्षेप कर रहा है।”