जल्द ही स्थान चिह्नित कर इन्हें स्थापित कर दिया जाएगा। ये कैमरे नाइट विजन की सुविधा से लैस हैं। ऐसे में रात को भी अपराधियों, नशे के कारोबारियों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सकेगी।
जरूरत के हिसाब से जिलों को और सीसीटीवी कैमरे मुहैया करवाए जाएंगे। कैमरों के जरिए तमाम गतिविधियों पर नजर रखने और तुरंत कार्रवाई के लिए जिलों में कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे।
इन जिला में अन्य राज्यों से लगती हैं सीमाएं
चंबा, लाहौल और किन्नौर का बॉर्डर अति संवेदनशील
चंबा, लाहौल – स्पीति और किन्नौर जिले की सीमा अति संवेदनशील श्रेणी में आती है। चंबा की सीमा जम्मू-कश्मीर से लगती है। यहां एक बार बड़ा आतंकी हमला भी हो चुका है।
लाहौल स्पीति और किन्नौर की सीमा चीन से लगती है। यहां सीसीटीवी लगने से आतंरिक सुरक्षा मजबूत होगी। चंबा, ऊना, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में बाहरी राज्यों से ड्रग्स तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं।
राज्य मुख्यालय से सीमांत इलाकों के लिए सीसीटीवी कैमरे बिलासपुर पहुंच चुके हैं। जल्द ही संबंधित कंपनी के कर्मचारी इन कैमरों को पंजाब राज्य की सटी सीमाओं में स्थापित करेंगे। इससे अपराध और नशे के कारोबार पर लगाम लगेगी।– अशोक कुमार, एसपी बिलासपुर