राफेल मुद्दा : जेटली ने बताया क्यों चुप हैं PM मोदी
विपक्षी दलों के आरोपों के बीच जेटली ने कहा, 'राफेल सौदे में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है और इसे रद करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।'
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : राफेल डील को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि किसी भी सूरत में डील रद नहीं होगी। राफेल लड़ाकू विमान सौदे में घोटाले के आरोपों को खारिज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि क्या विमान उच्च दर पर खरीदे गए हैं या नहीं, यह नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की जांच का मामला है। उन्होंने कहा, ‘ये सारे आंकड़े कैग के सामने हैं। कांग्रेस भी कैग के पास नहीं है। हम प्रतीक्षा करेंगे इसकी। कैग तो आंकड़ों का विशेष संगठन है। साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि आरोपों के बावजूद राफेल सौदे को रद नहीं किया जाएगा। विपक्षी दलों के आरोपों के बीच जेटली ने कहा, ‘राफेल सौदे में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है और इसे रद करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि मौजूदा राफेल विमान कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार के दौरान की गई बातचीत की तुलना में सस्ता है और कहा कि इन सभी तथ्यों और आंकड़ों को सीएजी के समक्ष रखा जाएगा।जाहिर है कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इस बीच राहुल गांधी के ‘देश का चौकीदार चोर है’ के बयान पर अरुण जेटली ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘पब्लिक डिसकोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं है, कभी आप किसी को गले लगा लो, आंख मारो फिर गलत बयान 10 बार देते रहो। लोकतंत्र में प्रहार होते हैं लेकिन शब्दावली ऐसी हो जिसमें बुद्धि दिखाई दे।’राहुल गांधी के ‘राफेल डील सेना पर सर्जिकल स्ट्राइक है’ वाले ट्वीट के जवाब में अरुण जेटली ने कहा, ‘यह बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी है। सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसी चीज है, जिसपर देश को गर्व है। अगर आप इसे आपत्तिजनक तरह से देखते हैं, तो आपकी देशभक्ति पर सवाल उठना लाज़मी है।’इस बीच राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान पर वित्त मंत्री ने कहा, ‘मुझे बिल्कुल हैरानी नहीं होगी अगर यह सब पहले से ही सुनियोजित निकलेगा। 30 अगस्त को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘पेरिस में कुछ धमाके होने वाले हैं’ और उसके बाद वही हुआ जैसा कि उन्होंने कहा था।’ उन्होंने कहा, ’30 अगस्त को ट्वीट करते हैं कि फ्रांस के अंदर कुछ बॉम्ब चलने वाले हैं।यह उनको कैसे मालूम कि बयान ऐसा आने वाला है। ये जो जुगलबंदी है इस तरह की, मेरे पास सबूत नहीं हैं लेकिन मन में प्रश्न खड़ा होता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस किसी भी चीज में विश्वास कर सकती है, लेकिन आपको मूलभूत तौर तरीके याद रहने चाहिए, जो हजारों सालों से चले आ रहे हैं, लोग गलत तथ्य दे सकते हैं लेकिन परिस्थितियां झूठ नहीं बोलती’ के तर्ज पर आज भी कायम है।’नीचे दिखाई दे रहा राहुल गांधी का यह ट्वीट वहीं है, जिसका जिक्र जेटली ने किया है। 30 अगस्त को राहुल ने ये ट्वीट किया था। इस बीच राहुल गांधी के पीएम की चुप्पी के आरोप पर अरुण जेटली ने कहा, ‘मैं आपको बता देना चाहता हूं कि जिन्हें बोलना था वे बोल चुके। सिर्फ इसलिए कि कोई झूठ और बेहूदगी का सहारा ले रहा है तो पीएम उस विवाद में शामिल हों ये जरूरी नहीं है।’ उन्होंने कहा कि किसी के कुछ भी कहने से या फिर आरोप लगाने से राफेल डील कैंसिल नहीं होगी। राफेल वायुसेना की जरूरत है और इसलिए वह देश में जरूर आएगा।