ट्रम्प ने ठुकराया मोदी का गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनने का न्योता
बातचीत के बाद जारी साझा बयान में कहा गया था कि ट्रम्प ने मोदी का न्योता स्वीकार कर लिया है
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अगले साल गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत नहीं आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को इस फैसले से जुड़ा एक पत्र लिखा है। माना जा रहा है कि ट्रम्प प्रशासन ने यह कदम भारत और रूस के बीच हुए रक्षा सौदे की वजह से लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने 2017 में अपने अमेरिका दौरे में बातचीत के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भारत आने का न्योता दिया था। बातचीत के बाद जारी साझा बयान में कहा गया था कि ट्रम्प ने मोदी का न्योता स्वीकार कर लिया है। कुछ महीने पहले भी ट्रम्प को 2019 के गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि बनने का न्योता दिया गया। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स न्योता मिलने की पुष्टि भी कर चुकी हैं। बीते कुछ महीनों में अमेरिका के रूस और ईरान से संबंध खराब हुए हैं। जहां रूस पर अमेरिकी चुनाव और ब्रिटेन में जासूस को जहर देने के आरोप लगे। वहीं, ईरान पर संधि के बावजूद गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बनाने का आरोप है। इसी के चलते अमेरिका ने दोनों पर अलग-अलग स्तर के प्रतिबंध लगाए हैं। दूसरी तरफ भारत, रूस और ईरान के साथ व्यापार खत्म करने के पक्ष में नहीं है। हाल ही में मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। ट्रम्प ने इस फैसले पर जल्द अमेरिकी प्रतिक्रिया देखने की चेतावनी दी थी। न्योता टालने के पीछे दूसरी वजह अमेरिकी कांग्रेस का साझा सत्र बताया जा रहा है। ट्रम्प स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधित करने के लिए भारत दौरा टाल सकते हैं। अमेरिकी अधिकारी पहले भी संकेत दे चुके हैं कि ट्रम्प अपनी यात्रा योजनाओं में बदलाव कर सकते हैं। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने कार्यकाल में दो बार भारत आए और 2015 के अपने दूसरे दौरे में वे गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। उस साल भी कांग्रेस का साझा सत्र जनवरी में ही हुआ था।