एक और जिले का नाम बदलने की तैयारी में योगी सरकार, बस्ती जिला होगा वशिष्ठ नगर

बस्ती का नाम बदले जाने की आवाज लंबे समय से उठ रही है।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): बस्ती जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर या वशिष्ठी करने के प्रस्ताव पर शासन स्तर पर मंथन अंतिम दौर में है। नाम बदले जाने पर एक करोड़ रुपये का खर्च आएगा। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने यह रिपोर्ट उसे भेज दी है। बस्ती का नाम बदले जाने की आवाज लंबे समय से उठ रही है। एक साल पूर्व बस्ती महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बस्ती मेडिकल कालेज का नाम महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखे जाने का एलान किया तो जनपद का भी नाम बदले जाने की मांग तेज हो गई। पड़ोसी जिले फैजाबाद का नाम अयोध्या किया गया तो बस्ती का नाम भी बदले जाने को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ गया। 28 नवंबर को पहली बार बस्ती जनपद का नाम बदले जाने का प्रस्ताव तैयार कर राजस्व परिषद को भेजा गया। इसके बाद राजस्व परिषद की ओर से नाम बदले जाने की स्थिति में होने वाले व्यय की जानकारी मांगी गई थी। खर्च आकलन कराने के बाद जिलाधिकारी ने मंडलायुक्त को रिपोर्ट दी और संशोधित प्रस्ताव के साथ मंडलायुक्त अनिल कुमार सागर ने राजस्व परिषद को भेज दिया है। सांसद हरीश द्विवेदी भी बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर किए जाने की मांग कर चुके हैं। विधायक अजय ङ्क्षसह ने भी नाम बदल कर वशिष्ठ नगर करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। भगवान राम के गुरु महर्षि वशिष्ठ से ही बस्ती की पहचान है। बस्ती के मखौड़ा धाम में ही राजा दशरथ ने पुत्रेष्ठि यज्ञ की थी। बस्ती जनपद का नाम बदले जाने का प्रस्ताव राजस्व परिषद को भेजा गया है। जिले का नाम बदले जाने की स्थिति में एक करोड़ रुपये व्यय भार आएगा।

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