स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट की जांच दिल्ली पुलिस कर रही, मुख्यमंत्री आवास में लगे कैमरों से छेड़छाड़ की गई है
न्यूज़लाइवनाउ – आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल दिल्ली मुख्यमंत्री आवास की सीसीटीवी फुटेज के कथित तौर पर छेड़छाड़ किए जाने से काफी ज्यादा नाराज हैं. उन्होंने कहा है कि किसी दौर में हम सब ने निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर मोर्चा खोला था. आज एक आरोपी को बचाने के लिए सड़क पर निकला जा रहा है, जिसने सीसीटीवी फुटेज गायब किया है और अपना फोन फॉर्मेट कर दिया है.
राज्यसभा सांसद मालीवाल ने एबीपी न्यूज की खबर शेयर करते हुए कहा, “किसी दौर में हम सब निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर निकलते थे, आज 12 साल बाद सड़क पर निकले हैं ऐसे आरोपी को बचाने के लिए जिसने CCTV फुटेज गायब किए और फोन फॉर्मेट किया?” मनीष सिसोदिया का जिक्र करते हुए स्वाति ने कहा, “काश इतना जोर मनीष सिसोदिया जी के लिए लगाया होता. वो यहां होते तो शायद मेरे साथ इतना बुरा नहीं होता!”
CCTV फुटेज ग़ायब किए
किसी दौर में हम सब निर्भया को इंसाफ़ दिलाने के लिए सड़क पर निकलते थे, आज 12 साल बाद सड़क पर निकले हैं ऐसे आरोपी को बचाने के लिए जिसने CCTV फुटेज ग़ायब किए और Phone format किया? दरअसल, दिल्ली पुलिस ने बताया है कि स्वाति मालीवाल संग मारपीट के आरोपी विभव कुमार ने मुंबई में अपना फोन फॉर्मेट कर दिया था. पुलिस ने अब इस फोन के डाटा को रिकवर करने के लिए उसे एक्सपर्ट के पास भेजा है. पुलिस ने कहा है कि सीएम हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों से छेड़छाड़ की गई हैं, क्योंकि जिस वक्त कथित मारपीट की घटना हुई, उस वक्त की फुटेज ब्लैंक शो हो रही है.
पुलिस ने बताया है कि अभी तक सीसीटीवी के डीवीआर भी नहीं दिए गए हैं, जिसमें कैमरे की सारी रिकॉर्डिंग स्टोर की जाती है. इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है. पुलिस को पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर के जरिए अब तक सिर्फ एक वीडियो मिली है, जिसे पैन ड्राइव के जरिए दिया गया है. इस वीडियो को प्ले करने पर ही फुटेज ब्लैंक शो हो रही है. घटना के समय की फुटेज ही गायब है.
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहायक विभव कुमार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने विभव मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट गौरव गोयल के सामने पेश करते हुए सात दिनों की रिमांड की मांग की. पुलिस ने बताया कि उन्हें इस पूरे मामले में पूछताछ के लिए इतना वक्त चाहिए. हालांकि, मजिस्ट्रेट ने दलीलें सुनने के बाद विभव कुमार को पांच दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है.
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