जीएसटी, यानी ‘गब्बर सिंह टैक्स’ वसूलने वाले कहते थे, ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ : गुजरात में गरजे राहुल गांधी
गांधीनगर: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांघी ने गांधीनगर में आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में 30 हजार लोग रोजगार ढूंढने रोज निकलते हैं. लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार सिर्फ 400 लोगों को रोजगार देती हैं. मंच पर बैठे हुए अल्पेश ठाकोर की ओर इशारा करके हुए उन्होंने कहा कि आप इस जनता को शांत रहने के लिए कहते हैं कि लेकिन अब यह शांत नहीं रहेंगे….. राहुल गांधी ने कहा कि इस आवाज को दबाया नहीं जा सकता है और न खरीदा जा सकता है…. यह गुजरात की आवाज है इसे पूरी दुनिया के पैसे से नहीं खरीदा नहीं जा सकता है… कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि गांधी जी की आवाज को भी अंग्रेजों ने दबाने की कोशिश की थी…. लेकिन उन्होंने सुपरपावर को भगा दिया. मोदी जी… इसकी कोई कीमत नहीं है.
राहुल ने कहा कि मोदी जी मन की बात कहते हैं कि लेकिन आज में मोदी जी को गुजरात की दिल की बात कहना चाहता हूं कि गुजरात के युवा शिक्षा चाहते हैं…. गुजरात के विश्वविद्यालयों को उद्योगपतियों के हाथों सौंप दिया है… गुजरात कोे युवा 10-15 लाख रुपए शिक्षा के लिए नहीं दे पाते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि टाटा को नैनो के लिए 35 हजार करोड़ रुपया दिया उससे किसानों का कर्ज माफ हो सकता था. लेकिन मोदी जी बताएं कहां कि उन पैसों से कितनी नैनो बनीं. वहीं अमित शाह के बेटे का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि पीएम मोदी ने अमित शाह के बेटे के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला. मोदी जी कहते थे कि न खाउंगा, न खाने दूंगा…अब तो खिलाना शुरू कर दिया. जेटली जी और मोदी जी कहते हैं कि कांग्रेस की बात जीएसटी पर नहीं सुनेंगे. ..जीएसटी लागू कर दीजिए… लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि इनका जो जीएसटी है यह जीएसटी नहीं…. यह ‘गब्बर सिंह टैक्स’ है..पूरे देश की इकॉनमी को मोदी जी ने चौपट कर दिया है.. जीएसटी कांग्रेस की सोच है और इसके पीछे सोच समझिए.