‘आप’ सरकार शक्तिहीन, CM रहते हुए चपरासी भी अपॉइंट नहीं कर सकता: केजरीवाल

दिल्ली की सत्ता में ढाई साल से ज्यादा का सफर तय कर चुकी आम आदमी पार्टी सरकार के सामने अधिकारों की कमी एक बड़ी चुनौती बन गई है. अक्सर केंद्र, एलजी और अधिकारियों से उलझने वाली ‘आप’ सरकार के मुखिया ने खुद को शक्तिहीन बताया है.

‘केंद्र ने दिल्ली सरकार से छिनी सारी ताकत’

अरविंद केजरीवाल का कहना है कि केंद्र ने दिल्ली सरकार की सारी पावर छीन ली है और मुख्यमंत्री रहते हुए वो एक चपरासी भी अपॉइंट नहीं कर सकते हैं. आजादी के बाद कोई ऐसी सरकार नहीं होगी, जो जीरो पॉवर के बावजूद इतना काम कर रही है.

‘गंदी राजनीति देश को बर्बाद कर रही’

अपने भाषण में केजरीवाल ने केंद्र सरकार को जमकर निशाने पर लिया. केजरीवाल ने कहा, ‘इस देश मे बहुत टैलेंट है, बस राजनीति खराब है. हम 67 सीट जीत गए तो काम करने नहीं दिया जा रहा है. यही गंदी राजनीति देश को खा रही है. पूरे आंदोलन की दो बड़ी फाउंडेशन, एक जनलोकपाल और दूसरा स्वराज हम अबतक हासिल नहीं कर पाए हैं क्योंकि हमारे पास पावर नहीं है. रामलीला मैदान में जो कानून लेकर बैठे थे, वो जनलोकपाल बिल पास कर दिया, लेकिन यह बिल अब केंद्र वाले लेकर बैठ गए हैं.

‘जो कहा, वो करके दिखा रहे हैं’

आम आदमी पार्टी की 6वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान अरविंद केजरीवाल ने देश भर से आए पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने दिल्ली में सरकार के अनुभव को साझा किया. इस दौरान केजरीवाल ने कहा, ‘जब भी राष्ट्रीय परिषद की बैठक होती है, 26 नवंबर की याद आ जाती है कि किस तरह आंदोलन हुआ और पार्टी बनानी पड़ी. आज दिल्ली में हमारी सरकार है, इसलिए जिम्मेदारी के साथ प्रस्ताव पास करते हैं. जो कहा वो करके दिखा रहे हैं और भविष्य में मौका मिला तो बाकी चीजें करके दिखाने की ताकत रखते हैं.’

‘AAP से खुश है जनता’

पूरे भाषण के दौरान दिलचस्प बात यह रही कि अरविंद केजरीवाल ने एक बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया. केजरीवाल ने कहा, ‘केंद्र की भाजपा सरकार और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार को 2014 और 2015 में इस देश ने बड़ा बहुमत दिया था. पिछले 3 साल में हर विभाग में केंद्र की बीजेपी सरकार फैल रही है. उनकी सरकार से किसान, अल्पसंख्यक, युवा, व्यापारी और गृहिणी दुखी हैं. लेकिन दिल्ली में AAP सरकार से हर तबका खुश है.’

‘भ्रष्टाचार मिटाने के लिए सरकार बनाई’

भ्रष्टाचार का ज़िक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार मिटाने के लिए सरकार बनाई थी. उस वक्त 49 दिनों की सरकार एक फिल्म की तरह थी. 49 दिन के अंदर पूरी दिल्ली में भ्रष्टाचार खत्म हो गया. ट्रैफिक पुलिस वालों ने पैसे लेने बंद कर दिए थे. उन 49 दिनों में अधिकारियों में एक डर फैल गया था, लेकिन जब 49 दिन खत्म हुए तो पुलिस वालों ने पुराने पैसे भी लिए और कहा कि बुला के ला तेरे केजरीवाल को.

‘छीना गया एंटी करप्शन ब्रांच’

केजरीवाल ने बताया, ‘उस वक्त एंटी करप्शन ब्रांच से जज्बा था, हमने जीरो टॉलरेंस पैदा कर दिया था. कोई भी भ्रष्टाचार करता मिलता, तो जेल में डाल देते थे. 35 या 40 कर्मचारियों को जेल में डाला गया. एक दहशत पैदा हो गई थीं, लेकिन 2015 में 67 सीट पाने के बाद इन्होंने हमसे एंटी करप्शन ब्रांच छीन ली. इसके बाद हाई कोर्ट का फैसला आया जिसमें सर्विसेज, ट्रांसफर पोस्टिंग और एक-एक करके सारी पावर छीन ली गई. अभी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. अगर एंटी करप्शन ब्रांच आ गई तो जलवा दिखा देंगे.’

खुद को बताया सिर्फ नाम का मुख्यमंत्री

केजरीवाल के मुताबिक फिलहाल वो सिर्फ नाम के मुख्यमंत्री हैं. केजरीवाल ने आगे कहा, ‘हम भले कानूनी आदमी नहीं, सड़क के आदमी तो हैं. ऐसे नहीं तो वैसे काम कर लेंगे. इन दिनों आंदोलन ही काम आ रहा है. पहले बाहर बैठ के करते थे अब सचिवालय के अंदर से आंदोलन हो रहा है. कई बार अधिकारियों, तो कई बार एलजी साहब के खिलाफ आंदोलन करना पड़ता है. हालांकि ढाई साल सरकार में रहने के बाद इतना समझ गए कि हर काम हो सकता है. कांग्रेस-बीजेपी की तो नीयत ही खराब थी.’

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