भोपाल. राजधानी में हुए गैंगरेप केस में मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार को सख्त रुख अख्तियार किया। भोपाल रेंज के आईजी योगेश चौधरी और जीआरपी एसपी अनिता मालवीय को हटा दिया गया है। बता दें कि इसके पहले पांच अफसरों को सस्पेंड किया गया था। चौधरी और मालवीय को पुलिस हेडक्वार्टर अटैच किया गया है। जयदीप प्रसाद भोपाल रेंज के आईजी जबकि रुचि वर्धन मिश्रा जीआरपी की एसपी होंगी। बता दें कि 31 अक्टूबर की शाम कोचिंग सेंटर से हबीबगंज जा रही 19 साल की स्टूडेंट से 4 लोगों ने दरिंदगी की थी। 3 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पांचवा फरार है। मामले की जांच एसआईटी कर रही है।
सीएम ने कहा- किसी को छोड़ेंगे नहीं
– रविवार सुबह मीडिया से बातचीत में सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले पर पूछे गए एक सवाल पर कहा- लापरवाही करने वाले पुलिस अफसरों को छोड़ा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। केस की डे-टू-डे मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे अपराधियों को जल्द सजा मिल सके। सजा भी ऐसी दी जाएगी, जो समाज के लिए उदाहरण बने। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश हैं कि ऐसे मामलों में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
– इस मामले में पहले ही 3 टीआई और 2 एसआई को सस्पेंड करने के साथ ही एक एएसपी को पीएचक्यू अटैच कर दिया गया था।
विक्टिम ने क्या कहा?
– घटना पर विक्टिम ने पहली बार मीडिया के सामने बयान दिया। उसने कहा, “चारों दरिंदों को जिंदा रहने का कोई हक नहीं। उन्हें चौराहे पर फांसी पर टांग देना चाहिए। अगर वह छूट गए तो बाहर आकर फिर से रेप करेंगे।”
पुलिस के रवैये पर उसने कहा, “पुलिस का बर्ताव सबसे ज्यादा खराब था। पूरे दिन हम भटकते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। जीआरपी पुलिस के टीआई अंकल बेहद बदतमीज थे, उन्होंने मेरी बातों को अनसुना कर दिया। अगर पुलिस ने सहयोग किया होता तो चारों आरोपी उसी दिन पकड़ लिए जाते।”
आरोपी पकड़ने गए तो लोगों ने अटैक कर दिया
– विक्टिम ने कहा, “हबीबगंज पुलिस ने थोड़ी मदद की, लेकिन एमपी नगर और जीआरपी पुलिस ने कोई मदद नहीं की। जब हम आरोपी को पकड़ने गए तो बस्ती के लोगों ने हम पर अटैक कर दिया था, लेकिन पापा ने उस आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।”
– “एक वीडियो में देखा कि जीआरपी की एसपी अनिता मालवीय हंस रही हैं, उन्हें मेरी समस्या पर हंसी आ रही है। उनकी हंसी इस विषय पर उनकी असंवेदनशीलता जाहिर करती है। वह भी एक महिला हैं और रेल पुलिस की एसपी हैं। भोपाल में कैसे बेटियां सुरक्षित रहेंगी, अगर पुलिस की एक एसपी इस तरह से हमारी हंसी उड़ाएंगी।”
– “मेरे माता-पिता दोनों पुलिस में हैं। अगर हमारे साथ ऐसा हुआ, तो सोचिए बाकी लोगों का क्या होता होगा।”
3 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
– गोलू उर्फ बिहारी (25), अमर उर्फ गुल्टू (25) और राजेश उर्फ चेतराम (50) को गिरफ्तार कर लिया गया है। चौथा आरोपी रमेश उर्फ राजू फरार है।