पुश्तैनी घर छोड़कर फरार हुए अतीक अहमद के सारे नौकर, यूपी पुलिस का खौफ
अतीक अहमद का पूरा परिवार उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार है। अतीक अहमद के पुश्तैनी मकान पर रहने वाले नौकर चाकर भी पुलिस के डर से फरार होने के बाद अतीक अहमद के 5 पालतू कुत्तों को भी खाना और पानी देने वाला कोई नहीं बचा।
(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): अतीक अहमद का पूरा परिवार उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार है। अतीक अहमद के पुश्तैनी मकान पर रहने वाले नौकर चाकर भी पुलिस के डर से फरार होने के बाद अतीक अहमद के 5 पालतू कुत्तों को भी खाना और पानी देने वाला कोई नहीं बचा। हालात ये हैं कि भूख से तड़प-तड़प कर एक कुतिया ब्रोनो की मौत हो गई है। ब्रोनो से बाहुबली अतीक अहमद को बेहद लगाव था। पूर्व सांसद अतीक अहमद को कुत्ते पालने का बड़ा शौक था।
गौरतलब है, समाजवादी पार्टी के संरक्षक दिवंगत मुलायम सिंह यादव भी अतीक अहमद के कुत्तों के साथ खेल चुके हैं। एक बार जब मुलायम सिंह यादव अतीक अहमद के घर पर आए थे तो उन्होंने भी कुत्तों को दुलारा था। अतीक के कुत्तों की देखभाल के लिए दो नौकर राकेश और हीरा यहां पर रहते थे।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फिलहाल राकेश पुलिस के डर से फरार है। हीरा भी पुलिस के डर से कभी-कभार ही मकान पर आता है। ब्रोनो की मौत के बाद उसे इसी परिसर में गड्ढे में फेंक दिया गया है। जबकि चार बचे कुत्ते भी देखभाल के अभाव में बेहद कमजोर हो गए हैं। बता दें कि विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके गनर की हत्या के मामले में पुलिस को माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद अहमद की तलाश है। लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला है। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाना में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों, उसके साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 147, 148, 149, 302, 307, 506, 120-बी, 34, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 1908 की धारा 3 और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, 1932 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया था।