Azam Khan ने जेल में शिफ्ट होने से पहले किया बड़ा दावा, एनकाउंटर का डर

(न्यूज़लाइवनाउ-UP) दोनों पिता-पुत्र जल्द ही जेल से बहार निकल गए है. सूत्रों के अनुसार दोनों को एक साथ नहीं रखा जाएगा. आजम खान और बेटे अब्दुल्ला आजम रामपुर को है एनकाउंटर का डर.

उत्तर प्रदेश की सियासत के कद्दावर नेता Azam Khan को एनकाउंटर का डर सता रहा है. रामपुर जेल से बाहर निकलने के बाद आजम खान ने एनकाउंटर की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि कुछ भी हो सकता है. बता दें कि आजम खान को रामपुर से शिफ्ट किया जा रहा है. भारी सुरक्षा के बीच आजम खान को गाड़ी में बिठाया गया. बीच में बैठने से उन्होंने इंकार कर दिया. आजम खान ने कहा कि बीमार आदमी हैं. कमर बीच में बैठने की इजाजत नहीं देती. उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से उम्र का लिहाज करने की अपील की. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को भी शिफ्ट किया जा रहा है. उनके काफिले में अलग-अलग गाड़ियां साथ चल रही हैं.

आजम परिवार को 7-7 साल की सजा

अभी साफ नहीं है कि पिता-पुत्र को रामपुर से कहां शिफ्ट किया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि दोनों को अलग-अलग जेलों में रखा जा सकता है. आजम खान को सीतापुर की जेल में शिफ्ट किया जा सकता है और बेटे अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा को अभी रामपुर जेल में रखा गया है. अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम परिवार को 7-7 साल की सजा रामपुर की अदालत ने सुनाई थी.

मुकदमा दर्ज करवाने वाले बीजेपी विधायक

सजा की घोषणा के बाद आजम खान, पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को सलाखों के पीछे भेज दिया गया था. जेल मैनुअल के अनुसार आजम खान को कैदी का बिल्ला नंबर 338, पत्नी तंजीन फातिमा को 339 और अब्दुल्ला आजम को 340 मिला था. तीनों सामान्य कैदियों की तरह जेल की बैरकों में रखे गए थे. पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दो जन्म प्रमाण पत्र का मामला 2019 में दर्ज कराया गया था. गंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाने वाले बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना थे.

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