(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): 1998 से कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी गांधी परिवार के पास है। 1998 से 2017 तक लगातार 19 वर्षों तक सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालती रहीं। 2017 से 2019 तक राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद एक बार फिर सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। पूरे 24 साल बाद कांग्रेस को गैर गांधी अध्यक्ष मिलने जा रहा है। अध्यक्ष पद पर होने जा रहे चुनाव के लिए शनिवार 24 सितंबर से नामांकन भरे जाएंगे। नामांकन 30 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्तूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्तूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में गांधी परिवार अपनी चुनौती पेश नहीं करेगा।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और शशि थरूर के चुनाव मैदान में उतरने की बात पहले ही साफ हो चुकी है। गहलोत के मुताबिक, राहुल ने कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई व्यक्ति अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेगा। ऐसे में साफ है कि नया अध्यक्ष गैर गांधी होगा। अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शनिवार से नामांकन शुरू हो जाएंगे। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान केरल में अशोक गहलोत ने राहुल से मुलाकात की।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच मुकाबले की बढ़ती संभावना के बीच पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री का खुलकर समर्थन किया था। इसके साथ ही, उन्होंने थरूर को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि थरूर ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उन्हें पत्र लिखकर उनके जैसे कार्यकर्ताओं को कष्ट पहुंचाया है और ऐसे में वह ‘निष्कलंक राजनीतिक जीवन’ वाले अशोक गहलोत का ही चयन करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दावेदारों की संख्या बढती जा रही है। गांधी परिवार की तरफ से किसी सदस्य के चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताने के बाद कई नेता दावेदारी कर रहे हैं। इन नेताओं में गहलोत, थरूर, कमलनाथ के साथ मनीष तिवारी का नाम भी शामिल है। पहले इस दौड़ में पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का नाम भी सामने आ रहा था।