यूपी के कानपुर में H3N2 का अलर्ट, एक सप्ताह में 130 मरीज भर्ती

यूपी के सभी अस्पतालों में H3N2 इंफ्लूएंजा से बचाव को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों में जरूरत के अनुसार इमरजेंसी में बेड बढ़ाने के साथ-साथ जरूरी दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): यूपी के सभी अस्पतालों में H3N2 इंफ्लूएंजा से बचाव को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों में जरूरत के अनुसार इमरजेंसी में बेड बढ़ाने के साथ-साथ जरूरी दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं लोगों से अपील की गई है कि वह मास्क लगाएं। इंफ्लूएंजा से घबराने की जरूरत नहीं है। सोमवार तक प्रदेश में गाइडलाइन अस्पतालों को जारी कर दी जाएगी।

कानपुर में इंफ्लूएंजा-A के मामले तेजी से बढ़े हैं। बीते एक हफ्ते में वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 130 पहुंच गई है। वहीं, हैलट हॉस्पिटल में 120 मरीज भर्ती है। जबकि 10 मरीजों का इलाज उर्सला अस्पताल में किया जा रहा है। हैलट-उर्सला अस्पताल में तकरीबन 10 जिलों से मरीज पहुंच रहे है। वही लखनऊ के KGMU में हर दिन OPD में बुखार और खांसी जुकाम के 35 से 45 मरीज पहुंचे रहे है। KGMU के पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि वायरल इन्फ्लूएंजा से बचाव बेहद जरूरी हैं। इसमें वायरल फीवर के साथ खांसी-जुखाम के साथ गले की खराश की समस्या आ सकती हैं।

उर्सला के CMS डॉ. शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि OPD में तेज बुखार के मरीजों की लंबी लाइन लगी है। सभी में मरीजों में फीवर के साथ खांसी-सांस फूलने जैसे लक्षण मिल रहे हैं। खांसी की शिकायत 90 फीसदी मरीजों में मिल रही है। जिनकी मरीजों में सांस फूल रही है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। गोविंद नगर के राधे (57) को एक हफ्ते पहले बुखार आया था। काफी इलाज के बाद भी राहत नहीं मिली तो दो दिन पहले सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो डॉक्टरों ने उन्हें हैलट आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया है। उनका ऑक्सीजन लेवल अभी 90-92 फीसदी पर चल रहा है। ओपीडी ब्लॉक में बने आइसोलेशन वार्ड में तीन मरीजों को भर्ती किया गया है। उधर, हैलट मेडिसिन एचओडी प्रो. रिचा गिरि ने माना कि कई मरीजों को वायरल न्यूमोनाइटिस होने पर ICU में शिफ्ट किया गया है। वायरल न्यूमोनाइटिस के शिकार 9 मरीजों को ICU में भर्ती कराना पड़ा है। शहर में इन्फ्लूएंजा-ए के सब टाइप H3N2 वायरस के टेस्ट की कोई सुविधा नहीं है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और सेंटरों में भी टेस्ट की सुविधा नहीं है और न ही किट है। सीएमओ ने बताया कि सभी अस्पतालों को RTPCR सैंपल लेकर KGMU लखनऊ भेजने को निर्देश दिया गया है

अगर नीचे लिखे लक्षण दिखें तो बिना देर किए अस्पताल में मरीज को भर्ती कराएं…

सांस लेने में तकलीफ होना,ऑक्सीजन लेवल 93 से कम हो,छाती और पेट में दर्द और दबाब महसूस होना,बहुत ज्यादा उल्टी,मरीज कंफ्यूज रहे या उसे भ्रम होने लगे,मरीज के सिम्पटम्स में सुधार हो जाने के बाद बुखार और खांसी रिपीट होने लगे, सर्दी-खांसी को ये लोग हल्के में न लें, H3N2 का हो सकता है रिस्क

बुजुर्ग में अगर ये लक्षण दिखें तो बिना देर किए अस्पताल में भर्ती कराएं..

अस्थमा के मरीज,दिल की बीमारी या उससे रिलेटेड प्रॉब्लम है,किडनी प्रॉब्लम के मरीज, प्रेग्नेंट महिला, जिन लोगों की डायलिसिस चल रही है।

हैलट और उर्सला ओपीडी में फ्लू के मरीजों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। मेडिसिन ओपीडी में फ्लू के 213 मरीज रिपोर्ट किए गए। जिनको दवा देकर वापस घर भेज दिया गया। हैलट में मेडिसिन ओपीडी में डॉ. ललित कुमार के शनिवार को चैंबर के बाहर फ्लू और तेज बुखार के मरीजों की लंबी लाइन लगी थी। वहीं, स्वास्थ्य विभाग मरीजों को भर्ती करने के लिए एडवाइजरी जारी की है।

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