न्यूज़लाइवनाउ – पड़ोसी देश बांग्लादेश को महंगे प्याज से राहत मिलने वाली है. प्याज की आपूर्ति को बेहतर करने में बांग्लादेश को भारत से मदद मिलने वाली है. भारत सरकार पड़ोसी देश को सैंकड़ों टन प्याज मुहैया कराएगी, जिसके लिए अलग से तैयारियां की जा रही हैं. इसी महीने सरकार ने कुछ देशों को प्याज का निर्यात करने की मंजूरी दी, जिनमें भूटान, बहरीन और मॉरीशस आदि शामिल हैं.
मार्च की शुरुआत में दी गई कुछ ढील
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार बांग्लादेश को प्याज की आपूर्ति करने के लिए ट्रेडर्स से खरीद करने जा रही है. इसके लिए ट्रेडर्स से 1,650 टन प्याज की खरीद की जाएगी. यह खरीद 29 रुपये प्रति किलो की दर से होगी. सरकार की ओर से प्याज की ये खरीदारी नेशनल को-ऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड करेगी. इससे पहले सरकार ने कुछ देशों को प्याज का निर्यात करने की मंजूरी दी थी. मार्च की शुरुआत में जिन देशों को प्याज का निर्यात करने की मंजूरी दी गई, उनमें भूटान, बहरीन और मॉरीशस शामिल हैं. उन देशों को प्याज की आपूर्ति करने के लिए सरकार ने निर्यात में लगी पाबंदियों को कुछ आसान बनाया है. तीनों देशों को मिलाकर 64 हजार टन प्याज का निर्यात करने की मंजूरी दी गई है.
घरेलू बाजार में प्याज की कीमतें बेहिसाब बढ़ जाने के बाद सरकार ने पिछले साल कई पाबंदियां लगाई थीं. शुरुआती उपायों के अपक्षित परिणाम नहीं मिलने के बाद कीमतें नियंत्रित रखने के लिए निर्यात पर दिसंबर 2023 में पाबंदी लगा दी गई थी. निर्यात पर पाबंदी 31 मार्च 2024 तक लागू है. निर्यात पर रोक को जारी रखने या हटाने का फैसला 31 मार्च के बाद होने के अनुमान हैं.
घरेलू बाजार के हिसाब से भी सरकार प्याज की खरीदारी करने जा रही है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने इसी महीने एक रिपोर्ट में बताया था कि सरकार इस साल 5 लाख टन प्याज खरीदने की योजना बना रही है. यह खरीदारी प्याज के बफर स्टॉक को मजबूत करने के लिए है. सरकार प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए हर साल बफर स्टॉक तैयार करती है. इसके लिए सीजन के दौरान किसानों से प्याज खरीदकर स्टॉक किया जाता है. जब कीमतें बढ़ने लगती है, तब सरकार सुरक्षित भंडार से प्याज की खेप बाजार में सप्लाई करती है. सरकार ने पिछले साल भी 5 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक तैयार किया था. पिछले साल बनाए गए बफर स्टॉक में अभी भी 1 लाख टन प्याज बचा हुआ है.
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