J&K में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आतंकियों को आठ गावों की घेराबंदी कर ढूंढ रही सेना।
हिजबुल मुजाहिद्दीन ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में 3 पुलिसकर्मियों को उनके घरों से अगवा करने के बाद गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। वहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन से कथित रूप से संबद्ध एक ट्विटर हैंडल पर किए गए पोस्ट में घटना की जिम्मेदारी ली गई है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : जम्मू-कश्मीर के शोपियां में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने पुलवामा और शोपियां के गांवों में आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। दोनों जिलों के करीब 8 गांवों में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर ली है। पुलवामा और शोपियां के लस्सीपोरा, समेत कई गांवों में सुरक्षाबल के जवान तैनात हैं। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आतंकी इन्हीं गांवों में छिपकर बैठे हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों उनकी तलाश में जुटे हुए हैं। आपको बतां दे कि हिजबुल मुजाहिद्दीन ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में 3 पुलिसकर्मियों को उनके घरों से अगवा करने के बाद गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। वहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन से कथित रूप से संबद्ध एक ट्विटर हैंडल पर किए गए पोस्ट में घटना की जिम्मेदारी ली गई है। पुलिस ने बताया कि तीनों को सुबह बाटागुंड और कापरान गांव स्थित उनके घरों से अगवा किया गया था। ग्रामीणों ने आतंकवादियों का पीछा किया और अपहृत पुलिसकर्मियों को छोडऩे की गुहार लगाई। अपहरणकत्र्ताओं ने हवा में गोली चलाईं और ग्रामीणों को धमकी दी। आतंकवादियों ने इलाके में एक नदी को पार किया और वहीं गोली मार कर पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। मारे गए पुलिसकर्मियों की पहचान कांस्टेबल निसार अहमद, 2 विशेष पुलिस अधिकारियों फिरदौस अहमद व कुलवंत सिंह के तौर पर हुई है। इस घटना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के 1.2 लाख कर्मियों को भी गहरा आघात पहुंचाया है और इसके कारण कम से कम 7 पुलिस अधिकारियों (एसपीओज) ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की घोषणा की है। अधिकारियों ने बताया कि जवानों के शव एक नदी के पार बाग में मिले थे। हिजबुल मुजाहिद्दीन की एक कथित वीडियो में सभी कश्मीर निवासियों खासकर एस.पी.ओज के तौर पर कार्यरत कश्मीरियों को इस्तीफे की चेतावनी दी गई है।