कर्नाटक के मांड्या में गणपति विसर्जन पर विशेष समुदाय द्वारा पथराव, दौरान दो पक्षों में विवाद के बाद हिंसक झड़प, 52 लोग गिरफ़्तार
NLN – कर्नाटक: कर्नाटक के मंड्या जिले के नागमंगला में गणेश जुलूस के दौरान बुधवार रात 8 बजे दो गुटों में झड़प हो गई। इस झड़प से पूरा इलाका तनावपूर्ण हो गया। दरअसल, यह झड़प गणेश विसर्जन के दौरान हुई। बदरीकोप्पलू से श्रद्धालु दो गणेश मूर्तियों को विसर्जन के लिए ले जा रहे थे। जैसे ही जुलूस एक धार्मिक स्थल पर पहुंचा, कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया, जिससे दोनों गुटों में कहासुनी हो गई। इस घटना के बाद, दोनों गुटों ने अपने-अपने धार्मिक नारे लगाने शुरू कर दिए, जिससे कस्बे में तनाव और बढ़ गया। आगजनी की भी घटना हुई है। कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, “कुछ लोग घायल हैं, दो पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।” एसपी के अनुसार , “हमने पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। अब लोगों की रोज़मर्रा की गतिविधियां चल रही है। ज़िला कलेक्टर के आदेशानुसार स्कूल और कॉलेज बंद किए गए हैं। कार्रवाई चल रही है।”उधर राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वरा ने कहा, “अभी हालात नियंत्रण में हैं और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। दोनों पक्षों के 52 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।”
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “वरिष्ठ अधिकारी वहाँ स्थिति पर नज़र वनाए हुए हैं। अब चिंता की कोई बात नहीं है। वहां अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किया गया है। एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर भी वहां गए हैं।”
भीड़ को शांत करने और तनाव कम करने के लिए पुलिस और राजस्व विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एहतियात के तौर पर, मौके पर पहुंचे तहसीलदार जी. आदर्श ने धारा 144 लागू कर दी। इसके तहत चार या उससे ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मांड्या, बेलूर और बिंदीगनविले से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। गणेश मूर्तियों को अस्थायी रूप से एक मंदिर के पास रखा गया है। श्रद्धालुओं की मांग है कि जुलूस में खलल डालने वालों को गिरफ्तार किया जाए। सूत्रों ने पुष्टि की है कि दो घंटे बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
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