दिल्ली में बेकाबू हो सकती है उफनती यमुना, डेंजर लाइन के पार, पुराने लोहा पुल पर आवाजाही बंद

दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206.44 मीटर पहुंच चुका है। उफनती यमुना को देखते हुए ओल्ड यमुना ब्रिज से ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। सभी ट्रेनों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर डायरवर्ट कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली से शाहदरा का रास्ता भी बंद कर दिया गया है, जो उसी पुल से होकर गुजरता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हुई भारी बारिश की वजह से हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के जलस्तर में वृद्धि हुई है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206.44 मीटर पहुंच चुका है। उफनती यमुना को देखते हुए ओल्ड यमुना ब्रिज से ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। सभी ट्रेनों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर डायरवर्ट कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली से शाहदरा का रास्ता भी बंद कर दिया गया है, जो उसी पुल से होकर गुजरता है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हुई भारी बारिश की वजह से हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के जलस्तर में वृद्धि हुई है। पानी के उफान को देखते हुए पुराने लोहे के ब्रिज को बंद कर दिया गया है।

यमुना नदी का जलस्तर रविवार रात 9 बजे तक 206.42 मीटर दर्ज किया गया है। पीछे से आ रहे पानी की वजह से हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ना पड़ा, जिसके कारण यमुना में जलस्तर बढ़ गया और निचले इलाके में पानी पहुंचने के कारण दिल्ली सरकार हाई अलर्ट मोड पर है।

केंद्रीय जल आयोग (CWC) के आंकड़ों से पता चलता है कि यमुना का जलस्तर रविवार को तेजी से बढ़ता चला गया। शनिवार रात 10 बजे यह जलस्तर 205।02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह 9 बजे 205.96 मीटर हो गया। रविवार रात 9 बजे तक यह 206.42 मीटर तक पहुंच गया था। जबकि शाम 5 बजे यह स्तर 206.32 मीटर तक पहुंच गया था और दोपहर 2 बजे तक यह 206.20 मीटर था। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना में 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली सरकार हाई अलर्ट मोड पर है और अगर जलस्तर 206.70 मीटर तक बढ़ता है तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं।

चंद दिनों के अंदर एक बार फिर से उफनती नदी की वजह से राजधानी दिल्ली में बाढ़ के हालात बन रहे हैं। अभी इस वजह से प्रभावित निचले इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्य पर असर पड़ने की खासी संभावना है। पिछले एक हफ्ते से अधिक समय से यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे शहर के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों, खास तौर पर हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से चार से पांच दिनों में जलस्तर में उतार-चढ़ाव होता रहा है।मौसम विभाग ने अभी अगले 2 से 3 दिन यानी 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर रखा है।

दूसरी ओर, दिल्ली से सटे नोएडा में, हिंडन नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण कई घर डूब गए हैं, जिससे अधिकारियों को इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा। एक पुलिस अधिकारी ने एएनआई से बताया, “निचले इलाकों में कुछ घरों में पानी घुस गया है… एहतियातन लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। फिलहाल स्थिति सामान्य है और हम लगातार जलस्तर की निगरानी कर रहे हैं।”

कल सोमवार को दिल्ली में और अधिक बारिश का अनुमान जताया गया है। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में रविवार को बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि रविवार शाम को दिल्ली के इंडिया गेट, लोदी रोड, नेहरू स्टेडियम, लाजपत नगर के अलावा राजीव चौक, आईटीओ और एनसीआर के कुछ स्थानों और आसपास के इलाकों में हल्की तीव्रता की बारिश की भविष्यवाणी की गई थी।

मौसम विभाग ने सोमवार को दिन में बादल के छाए रहने और हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। दिल्ली के कुछ हिस्से पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से जलभराव और बाढ़ से जूझ रहे हैं।

Comments are closed.