शहबाज और उनके मंत्रिमंडल बने दुनिया के चर्चे का विषय, ऐसा क्या कर दिया?

(न्यूज़लाइवनाउ-Pakistan) शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल की ओर से यह बड़ा फैसला बीते बुधवार को लिया गया है. इससे संबंधित प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई है. मौजूदा समय में पड़ोसी देश पाकिस्तान के आर्थिक हालात बेहद नाजुक हैं. देश की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बड़ा फैसला लिया है. शहबाज और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों ने सर्वसम्मति के साथ देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए वेतन और संबंधित लाभों को नहीं लेने का फैसला किया है.

शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल की ओर से यह बड़ा फैसला बीते बुधवार (20 मार्च 2024) को लिया गया. इससे संबंधित प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई है. विज्ञप्ति के अनुसार अनावश्यक खर्चों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार की मितव्ययिता नीतियों के तहत मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया है.

वेतन के रूप में करीब 8,46,550 रुपये मिलते

नई मंत्रिमंडल पहले ही सरकार की ओर से वित्त पोषित विदेशी यात्राओं को प्रतिबंधित करने का उपाय पेश कर चुकी है. इसमें सुझाव दिया गया है कि संघीय मंत्रियों, सांसदों और सरकारी अधिकारियों को बिना पूर्व मंजूरी के सरकारी निधि का उपयोग करते हुए विदेश यात्राओं पर जाने का आदेश नहीं है.

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शहबाज शरीफ और उनके मंत्रिमंडल से पहले पिछले सप्ताह पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी वेतन न लेने का फैसला लिया था. दोनों नेताओं ने यह फैसला देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए लिया था. 68 वर्षीय आसिफ अली जरदारी हाल ने हाल ही में 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है.

बता दें पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को प्रति माह वेतन के रूप में करीब 8,46,550 रुपये मिलते थे. यह धनराशि 2018 में संसद की ओर से तय की गई थी. हालांकि, पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति ने राजस्व पर बढ़ते बोझ को देखते हुए वेतन नहीं लेने का फैसला लिया है.

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