न्यूज़लाइवनाउ – मेटल-माइनिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांता को डिविडेंड के भुगतान में देरी करना भारी पड़ गया है. इसके चलते अब कंपनी को बाजार नियामक सेबी ने फटकार लगाई है और 78 करोड़ रुपये का भुगतान करने के लिए कहा है. बाजार नियामक सेबी ने वेदांता को डिविडेंड का भुगतान करने में देरी के चलते ये ऑर्डर जारी किया है और 45 दिनों में पेमेंट करने के लिए कहा है.
45 दिनों में करना होगा इतना भुगतान
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी ने इस संबंध में मंगलवार को एक आदेश जारी किया. जारी आदेश में सेबी ने वेदांता को कहा कि वह डिविडेंड में हुई देरी के चलते केयर्न यूके होल्डिंग को 77.6 करोड़ रुपये (9.38 मिलियन डॉलर) का भुगतान करे. इसके लिए वेदांता को 45 दिनों का समय दिया गया है. अगर वेदांता 45 दिनों में भुगतान नहीं करती है तो सेबी उसके खिलाफ आगे कार्रवाई कर सकता है.
सेबी की वेबसाइट पर उपलब्ध आदेश के अनुसार, वेदांता को 45 दिनों के भीतर निश्चित तौर पर केयर्न यूके को भुगतान करना होगा, वर्ना उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इससे 2 दिन पहले भी सेबी ने अलग कारणों से वेदांता को वॉर्निंग दी थी. सेबी ने तब कॉरपोरेट अनाउंसमेंट और प्रेस रिलीज आदि के मामले में इंटरनल कंट्रोल को मजबूत बनाने के लिए कहा था.
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वेदांता लिमिटेड मुंबई मुख्यालय वाली एक मेटल व माइनिंग कंपनी है. यह लंदन स्थित वेदांता रिसॉर्सेज लिमिटेड की अनुषंगी है. भारत में वेदांता की उपस्थिति कई राज्यों में है, जहां वह कोयला से लेकर लौह अयस्क और सोने के खदानों का परिचालन कर रही है. कंपनी भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया जैसे देशों में भी खदानों का परिचालन कर रही है.
सेबी के ताजे एक्शन के बाद वेदांता के शेयरों पर दबाव दिख रहा है. आज के कारोबार में दिन के 10 बजकर 45 मिनट पर वेदांता का शेयर ढाई फीसदी से ज्याद लुढ़का हुआ था. कंपनी का शेयर 2.55 फीसदी के नुकसान के साथ 261 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. बीते 5 दिनों में वेदांता के शेयर में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है.
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