अमरनाथ यात्रा पर हमले की थी आतंकी साजिश
आपरेशन आल आउट में एक के बाद एक कई टाप कमांडर समेत 200 से अधिक आतंकियों के मार गिराए जाने से बौखलाए आतंकी संगठनों ने घाटी में फिर से हमले तेज करने की साजिश रचने के लिए बैठक बुलाई थी।
(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ): दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश बुनने को आतंकियों की बैठक बुलाई गई थी। इसके लिए लश्कर-ए-तैयबा तथा हिजबुल मुजाहिदीन के स्थानीय आतंकी जुटे थे। सुरक्षा बलों को बैठक की सटीक सूचना मिली और कार्रवाई में एक साथ 13 आतंकी मार गिराए गए।
सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को रविवार की रात आतंकी गुटों की बैठक होने की खुफिया जानकारी मिली। आपरेशन आल आउट में एक के बाद एक कई टाप कमांडर समेत 200 से अधिक आतंकियों के मार गिराए जाने से बौखलाए आतंकी संगठनों ने घाटी में फिर से हमले तेज करने की साजिश रचने के लिए भी यह बैठक बुलाई थी।
इस सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने रात में ही शोपियां जिले के द्रागड़ व कचदूरा में घेरेबंदी कर ली। बताते हैं कि आतंकियों को एक साथ न रहने को कहा गया था। इस वजह से आतंकी अलग-अलग ग्रुप में इन दोनों गांवों में जुटे थे। इनपुट है कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर हमले के साथ ही घाटी में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रचने के लिए जुटे थे।
चूंकि, अमरनाथ यात्रा मार्ग दक्षिणी कश्मीर से होकर गुजरता है, जहां पिछले साल भी आतंकियों ने अनंतनाग जिले में एक यात्री बस को निशाना बनाया था। बैठक में अनंतनाग से लेकर श्रीनगर तक यात्रा मार्ग पर हमले के लिए सेफ प्वाइंट चुनने की जिम्मेदारी भी दी जानी थी। अब तक हुए हमले से अलग हटकर स्थान चयनित किया जाना था ताकि सुरक्षा बलों को किसी प्रकार का शक न होने पाए।