अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए कांग्रेस ने मांगें 2 दिन, सरकार ने जवाब दिया- यह वनडे का जमाना है।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे पर नाराजगी जताई और विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पर अनंत बहस नहीं चल सकती। अनंत और अनादि केवल भगवान होता है।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार के खिलाफ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जयदेव गल्ला ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की। बहस से पहले बीजू जनता दल (बीजद) के 20 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव का बहिष्कार करते हुए सदन से वॉकआउट कर गए। वहीं कांग्रेस ने भी समय को लेकर हल्ला किया। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ये कहते हुए आपत्ति जताई कि विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने के लिए बहुत कम समय दिया गया है। कांग्रेस की आपत्ति के बाद विपक्ष के कुछ अन्य सदस्य हंगामा करते हुए खड़ हो गए और कहा कि सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्ष को बोलने का मौका मिलना चाहिए।
खड़गे ने कहा कि चर्चा को एक दिन की सीमा में बांधना ठीक नहीं है, इसे दूसरे दिन भी चलाया जा सकता है लेकिन बोलने का मौका सबको पर्याप्त मिलना चाहिए। कांग्रेस की इस मांग पर सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष वनडे के जमाने में पांच दिन का टेस्ट खेलना चाहता है। उन्होंने कहा कि खड़गे जी काफी अनुभवी हैं इसलिए उन्हें पता होना चाहिए कि पहले भी कई बार एक दिन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई है। संसदीय कार्यमंत्री के इस बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई सदस्यों खड़े हो गए और आपत्ति जताते हुए कहा कि यह क्रिकेट का मसला नहीं है।
वहीं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामे पर नाराजगी जताई और विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पर अनंत बहस नहीं चल सकती। अनंत और अनादि केवल भगवान होता है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर किसी को बोलने के लिए समय कम मिलेगा तो देखा जाएगा, वक्त तो वैसे भी आप लोग चुरा लेते हैं। फिलहाल जो समय दिया गया है उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। स्पीकर की फटकार के बाद सभी सदस्य अपनी सीटों पर बैठ गए।

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