एटीएम फ्राड में रोम के दो नागरिक दिल्ली से गिरफ्तार।
संदेह के आधार पर दोनों को पकड़ा गया। इस दौरान उनके पास से तकरीबन 18 एटीएम कार्ड ऐसे मिले, जिसमें कुछ भी लिखा हुआ नहीं था।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : देश के सबसे बड़े एटीएम फ्रॉड का पता चला है। कोलकाता में कुछ दिनों के अंदर ग्राहकों के एटीएम कार्ड से फ्रॉड कर तकरीबन 20 लाख रुपये से ज्यादा निकालने के मामले में कोलकाता पुलिस द्वारा गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (सिट) ने दक्षिण दिल्ली से रोम के दो नागरिकों को पकड़ा है। पुलिस के हाथ आये दोनों आरोपियों के नाम डूमेट्रयू कोलीन (32) और ओप्रिया ओविडियू सिमियोन (32) हैं। इनके पास से पुलिस ने 18 एटीएम कार्ड जब्त किये हैं। इसके अलावा एक चेहरा ढकने का मास्क और दो पासपोर्ट भी पुलिस को इनके पास से मिले हैं। दोनों आरोपियों को कोलकाता लाने की तैयारी हो रही है। फर्जीवाड़े के शिकार होनेवालों में 10 बैंककर्मी और एक सरकारी बैंक के एजीएम भी शामिल हैं। इधर, बैंकों ने खाताधारकों को भरोसा दिया है कि एफआइआर की कॉपी के आधार पर सात से 10 दिनों के अंदर पैसे ग्राहकों के खातों में डाल दिये जायेंगे। करीब पांच दिन पहले दक्षिणी कोलकाता में केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के खाताधारकों को कथित तौर पर मैसेज मिले कि उनके खातों से पैसे निकाले गये हैं। फिर ये लोग अपने बैंक पहुंचे, जहां उन्हें फ्रॉड का पता चला। कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस अायुक्त (अपराध) प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि जिन ग्राहकों के रुपये बैंक अकाउंट से निकाले गये थे। उनमें से अधिकतर रुपये दक्षिण दिल्ली में अग्रवाल स्वीट्स के पास स्थित एक सरकारी बैंक के एटीएम से निकालने का पता चला था। इसके बाद दिल्ली में एक टीम भेजकर उस एटीएम के पास सफेद पोशाक में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी। शुक्रवार को अचानक दो संदिग्ध इटालियन नागरिकों को उस एटीएम में कई बार प्रवेश करते व बाहर निकलते देखा गया। इसके बाद संदेह के आधार पर दोनों को पकड़ा गया। इस दौरान उनके पास से तकरीबन 18 एटीएम कार्ड ऐसे मिले, जिसमें कुछ भी लिखा हुआ नहीं था। ग्राहक व बैंक के नाम के साथ एटीएम कार्ड नंबर भी उन कार्डों में नहीं थे। इसके बाद दोनों को पकड़कर पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि कोलकाता में एटीएम काउंटर के सीसीटीवी फुटेज में मिले संदिग्धों के चेहरे से इनके चेहरे हूबहू मिल रहे हैं। इसके अलावा इनके पास से मास्क का मिलना व बिना ग्राहकों के नाम का एटीएम कार्ड मिलने के सबूत इस तरफ इशारा करते हैं कि इन दोनों का एटीएम फ्रॉड मामले में हाथ है। इस गिरोह में सिर्फ दो लोग नहीं है, दो से अलावा भी इस गिरोह में और भी लोग जुड़े हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक पूछताछ में इसके भी सबूत मिले हैं कि दोनों रोमन नागरिक मार्च महीने में कोलकाता आये थे और कसबा इलाके में आकर एक होटल में डेढ़ महीने तक रहे थे। उधर, अबतक की जांच में पता चला है कि एटीएम फ्रॉड के लिए अप्रैल महीने में ही ग्राहकों के कार्ड की जानकारी स्कीमर मशीन के जरिये जुटायी गयी थी। लिहाजा इन सबूतों के आधार पर पुलिस पूरी तरह से कंफर्म है कि महानगर में एटीएम फ्रॉड मामले में ये दोनों रोमन नागरिक ही जुड़े हैं। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है।