ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार गला घोंटे जाने से हुई रोहित शेखर तिवारी की मौत।
रोहित शेखर की मौत के मामले में पुलिस मर्डर का केस दर्ज कर सकती है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन. डी. तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रोहित शेखर की मौत ‘अस्वाभाविक’ थी। वहीं, पीटीआई के मुताबिक ऑटोप्सी रिपोर्ट में बताया गया है कि रोहित की मौत गला घोंटे जाने की वजह से हुई है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया है और मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है। आपको बता दें कि हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने पहले ही खबर दे दी थी कि रोहित शेखर की मौत के मामले में पुलिस मर्डर का केस दर्ज कर सकती है। एक अन्य न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने पुलिस उपायुक्त विजय कुमार के हवाले से बताया है, ‘रोहित शेखर तिवारी (40) की ऑटोप्सी रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अप्राकृतिक मौत गला घोंटे जाने की वजह से हुई है। इसमें अन्य विरोधाभास भी पाए गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अब इस मामले को अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है।’ रोहित शेखर तिवारी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के खिलाफ पितृत्व अधिकार का मुकदमा जीता था। उन्हें बुधवार को मैक्स साकेत अस्पताल में ले जाए जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया था। उनकी मां उन्हें एक ऐंबुलेंस में लेकर वहां पहुंची थीं। फरेंसिक और अपराध शाखा की टीमों ने घटना के संबंध में सीसीटीवी के फुटेज खंगालने सहित सबूत जुटाने के लिए डिफेंस कॉलोनी स्थित रोहित शेखर के आवास का दौरा किया। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि उन्होंने इस संबंध में हत्या का एक मामला दर्ज किया है। अधिकारी ने कहा, ‘उनकी मां, भाई, पत्नी और 4 नौकरों से पूछताछ की जा रही है।’ परिजनों ने पुलिस को बताया था कि रोहित अपने कमरे में सोए हुए थे। बाद में उनकी पत्नी अपूर्वा ने देखा कि उनके शरीर में कोई हरकत नहीं है। उनके हाथ और पैर ठंडे हो गए थे। उसके बाद आनन-फानन में रोहित शेखर को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके नाक से खून भी बहा था। अगले महीने रोहित शेखर की पहली सालगिरह आने वाली थी। मूल रूप से इंदौर की रहने वाली उनकी पत्नी अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं।