कश्मीर में हंदवाड़ा के चार युवक बने आतंकी, अल-बदर में हुए शामिल
इन्होंने वादी में फिर से सक्रिय हो रहे आतंकी संगठन अल-बदर का दामन थामा है
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कश्मीर में स्थानीय युवकों के आतंकी बनने के मामलों में वर्ष 2014 में तेजी आना शुरू हुई थी। वर्ष 2016 में आतंकी बुरहान की मौत के बाद जोर पकड़ा है। स्थानीय युवकों की आतंकी संगठनों में भर्ती रोकने के लिए राज्य व केंद्र सरकार सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर प्रयास कर रही हैं। अभी भी आतंकी संगठनों में दक्षिण कश्मीर के युवाओं की भर्ती ज्यादा है, लेकिन बीते कुछ समय से उत्तरी कश्मीर के विभिन्न इलाकों से भी युवक आतंकी संगठनों में तेजी से भर्ती हो रहे हैं।इन लड़कों में हंदवाड़ा के चार और युवक गत रोज शामिल हुए हैं। इन्होंने वादी में फिर से सक्रिय हो रहे आतंकी संगठन अल-बदर का दामन थामा है। इनमें उमर निवासी होटीपोरा हंदवाड़ा, ताहिरस अहमद निवासी खुरु हंदवाड़ा, वसीम खान निवासी कारगाम हंदवाड़ा और उमर बशीर निवासी चोटीपोरा हंदवाड़ा शामिल हैं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल कर आतंकी बनने का एलान किया है। आतंकी संगठन ने उमर को अजान, ताहिर को अबु बकर और उमर को रेहान कोड दिया है।कश्मीर में सक्रिय सबसे बड़े आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने आदिल भाई उर्फ उमैर अल हिजबी को बारामुला में नया डिवीजनल कमांडर बनाया है। बीते साल जून में गुलजार अहमद लोन और उसके बाद सितंबर में परवेज अहमद वानी के मारे जाने के बाद हिजबुल मुजाहिदीन ने किसी को भी उत्तरी कश्मीर में बारामुला, सोपोर, व बांडीपोर का अपना डिवीजनल कमांडर नहीं बनाया था। इन इलाकों में इस समय हिजबुल मुजाहिदीन के डेढ़ दर्जन आतंकी सक्रिय हैं। संगठन में नए आतंकियों की भर्ती लगभग थमी हुई है,जबकि अल-बदर, लश्कर ,जैश व अंसार उल गजवा ए हिंद में उत्तरी कश्मीर से एक दर्जन युवक बीते चार माह में शामिल हुए हैं।हिजबुल मुजाहिदीन के प्रवक्ता गाजी बुरहानुदीन ने बारामुला व उसके साथ सटे इलाकों में कहा कि हम आदिल भाई उर्फ अबु उमैर अल हिज्बी को नया डिवीजनल कमांडर बना रहे हैं। वह बारामुला में संगठन का नेटवर्क मजबूत बनाते हुए कार्रवाईयों में तेजी लाएंगे। सुरक्षा एजेंसियां आदिल उर्फ अबु उमैर के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हैं। गत वर्ष 126 युवा आतंकी बने बीते साल वर्ष 2017 में पूरी घाटी में 126 लड़के ही आतंकी बने थे। उससे पहले 2016 में 88, वर्ष 2015 में 66, वर्ष 2014 में 52, वर्ष 2013 में छह, वर्ष 2012 में 21, वर्ष 2011 में 23 और वर्ष 2010 में 54 लड़के आतंकी बने थे।संबंधित अधिकारियों ने बताया कि इस समय कश्मीर में 250 आतंकी सूचीबद्ध हैं। कुछ और आतंकी जिनकी संख्या स्पष्ट नहीं है, सक्रिय हैं। वादी में इस साल आतंकी बने स्थानीय आतंकियों में 97 आतंकी दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं। श्रीनगर, बड़गाम और गांदरबल से आठ लड़के आतंकी बने हैं। शेष उत्तरी कश्मीर से ही हैं। इस साल आतंकी बनने वालों में पीएचडी, बीटेक और एमबीए और डॉक्टर की डिग्री हासिल करने वाले भी शामिल हैं।