कांग्रेस में राहुल युग की शुरुआत हो चुकी है. राहुल गांधी को कांग्रेस ने अपना निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया है. कांग्रेस के साथ राजनीति की शुरुआत करने वाले राहुल गांधी आज तक खुद को साबित करने की कोशिश कर रहे हैं और इस यात्रा में ही वह देश की इस प्रमुख पार्टी के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं.
इस फैसले का असर केवल कांग्रेस पार्टी बस पर ही नहीं पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस लोकतांत्रिक देश भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भी है. इस कारण देश में भी कोंग्रेस के इस फैसले का बड़ा गहरा असर पड़ेगा.
फिलहाल राहुल बहुत समय से कांग्रेस को बड़ी जीत दिलाने की कोशिश में लगे हुए हैं जिसमे अभी तक उन्हें खास सफलता मिलती दिख नहीं रही है. इसलिए राहुल के सामने फिर से खुद साबित करने की चुनौती ही मुंह बाए खड़ी है. कांग्रेस को नेतृत्व प्रदान करना और फिर से एक सम्मानीय स्थान तक पहुँचाना जैसी लीडरशिप की चुनौती उनके लिए अभी थोड़ी दूर की बात लगती है.