जम्मू-कश्मीर, अनंतनाग : आतंकियों के ग्रेनेड हमले में बाल-बाल बचे महाराष्ट्र के पांच विधायक
जम्मू-कश्मीर में महाराष्ट्र के पांच विधायक आतंकियों का शिकार होने से बाल-बाल बच गए
(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) : जम्मू-कश्मीर में महाराष्ट्र के पांच विधायक आतंकियों का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। ये विधायक पंचायत राज व्यवस्था का अध्ययन करने आए थे। बताया जा रहा है कि पांचों विधायक दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बिजबिहाड़ा (जिला अनंतनाग) में आतंकियों के ग्रेनेड हमले का शिकार होने से साफ बचे। हालांकि इस घटना में तीन महिलाओं और एक 12 वर्षीय लड़के समेत 10 स्थानीय लोग जख्मी हो गए। ग्रेनेड हमले के कारण करीब आधे घंटे तक बिजबिहाड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद रहा। पूरे इलाके की जांच करने के बाद ही सुरक्षाबलों ने वाहनों को आने-जाने की अनुमति दी। पुलिस ने ग्रेनेड हमले का निशाना महाराष्ट्र से आए विधायकों और अन्य लोगों को मानने से इन्कार करते हुए कहा कि आतंकियों ने ग्रेनेड सुरक्षाबलों के वाहन पर फेंका था।हमला हिजबुल मुजाहिदीन में हाल ही में शामिल हुए आतंकियों के एक दस्ते ने किया। हमले में बचे महाराष्ट्र के विधायकों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विक्रम काले व दीपक चवन के अलावा शिवसेना विधायक तुकाराम काटे व किशोर पाटिल और भाजपा के सुधीर पारवे शामिल हैं। इनके साथ 20 और लोग भी थे।बताया जा रहा है कि विधायक व अन्य लोग जिन वाहनों में सवार थे, उनके दो टायर ग्रेनेड से निकले छर्रों के कारण पंक्चर हो गए। बुधवार सुबह करीब पौने 11 बजे सुरक्षाबलों का एक दस्ता अपने वाहन में बिजबिहाड़ा के मुख्य चौक से गुजर रहा था। कहा जा रहा है कि यह सुरक्षा दस्ता महाराष्ट्र से राज्य में पंचायती राज व्यवस्था का जायजा लेने आए विधायकों के एक दल के साथ तैनात था। ये सभी लोग उस समय बिजबिहाड़ा से श्रीनगर की तरफ ही आ रहे थे। बिजबिहाड़ा के मुख्य चौक में लोगों की भीड़ में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों के वाहन को देखते ही उस पर ग्रेनेड से हमला कर दिया। आतंकियों का मकसद वाहन को उसमें सवार जवानों संग उड़ाना था, लेकिन निशाना चूक गया और वाहन से दूर आम लोगों के बीच गिरते हुए जोरदार धमाके के साथ ग्रेनेड फट गया।
धमाका होते ही वहां लोगों के रोने-चिल्लाने की आवाजों के साथ ही अफरातफरी मच गई। इसका फायदा लेते हुए आतंकी वहां से भाग निकले। ग्रेनेड हमले के तुरंत बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया। सुरक्षाकर्मियों ने जख्मी नागरिकों को बिजबिहाड़ा अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार चार घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद उसी समय श्रीनगर के एक अस्पताल में भेज दिया गया, जबकि छह अन्य बिजबिहाड़ा अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के विधायकों व उनके साथ रहे अन्य लोगों के वाहनों के चालक ग्रेनेड धमाके के बावजूद नहीं रुके। छह-सात किलोमीटर आगे आकर जब टायर छर्रों के चलते पंक्चर हुए तो वाहनों का काफिला रुका। इसके बाद ही इन लोगों को पता चला कि ग्रेनेड हमला हुआ था।