पद्मावती का विरोध राजस्थान और गुजरात में सबसे अधिक हो रहा है. चित्तौड़गढ़ में बड़े स्तर पर स्थानीय लोगों ने इस फिल्म की रिलीज का विरोध किया है. राजस्थान में जयपुर बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर है, लेकिन विरोध को देखते हुए अभी तक यहां कोई डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त नहीं हुआ है. पद्मावती एक दिसंबर को रिलीज होनी है.
बताया गया है जयपुर में सिनेमा हॉल के मालिकों को फिल्म के विरोधियों की धमकियां मिल रही हैं. डिस्ट्रीब्यूटर राज भंसल के अनुसार, जयपुर में फिल्म का अभी तक कोई डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त नहीं किया गया है. इसका कारण राजस्थान में फिल्म का बढ़ता विरोध है. निर्देशक संजय लीला भंसाली फिल्म से होने वाले नुकसान से भयभीत हैं. बॉम्बे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म का बीमा कराया गया है. एक यूनिट मेंबर के अनुसार, ये कुल 160 करोड़ रुपए का है.
इस बीमा पॉलिसी के तहत यदि पद्मावती की रिलीज के बाद टिकट बिक्री के दौरान विरोध होता है, या कोई विवाद, हड़ताल और तोड़फोड़ होती है तो नुकसान की भरपाई की जाएगी. फिल्म का विरोध करते हुए करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह ने कहा है पद्मावती के रूप में दीपिका पादुकोण को नाच-गान करते हुए दिखाने से राजपूत समाज आक्रोशित है. पद्मिनी को अलाउद्दीन की प्रेमिका के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, लेकिन चित्तौड़गढ के इतिहास को लेकर लिखी गई किताबों और किवदंतियों में इसका कहीं उल्लेख नहीं है.
केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी अब पद्मावती की रिलीज को लेकर चल रहे विवाद में कूद पड़ी हैं. उन्होंने टि्वटर पर एक खुला खत शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि अलाउद्दीन खिलजी एक व्यभिचारी हमलावर था. उसकी बुरी नजर पद्मावती पर थी.