ब्रांड वैल्यू बचाने के लिए बरबरी ने जलाए 251 करोड़ के कपड़े और श्रृंगार के सामान
बरबरी अपने अनोखे ट्रेंच कोर्ट, चेक वाले स्कार्फ एवं बैगों के लिए मशहूर है। दुनियाभर में फैले खरबों के जाली कारोबार में कथित तौर पर सबसे ज्यादा इसी कंपनी की डिजाइन कॉपी की जाती है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ब्रिटेन का लग्जरी ब्रैंड बरबरी ने माना है कि उसने पिछले साल अपने ब्रैंड के 2 करोड़ 80 लाख पाउंड (251 करोड़ रुपये) से ज्यादा के अनचाहे कपड़े और श्रृंगार के सामान (कॉस्मेटिक्स) जला दिए। कंपनी ने यह भी कहा कि उसने पिछले कुछ सालों में 9 करोड़ पाउंड (807 करोड़ रुपये) के उत्पाद भी जलाए जो बिके नहीं थे। बरबरी ने भारत में अपना पहला स्टोर 2008 में खोला था। कहा जा रहा है कि कंपनी ने इतने बड़े पैमाने पर उत्पादों को इसलिए बर्बाद किया ताकि उसके ब्रैंड की शान बनी रहे और इनकी नकल नहीं की जा सके। बरबरी अपने अनोखे ट्रेंच कोर्ट, चेक वाले स्कार्फ एवं बैगों के लिए मशहूर है। दुनियाभर में फैले खरबों के जाली कारोबार में कथित तौर पर सबसे ज्यादा इसी कंपनी की डिजाइन कॉपी की जाती है। उत्पादों को जलाने का खुलासा बरबरी के ताजा बुक्स ऑफ अकाउंट्स में हुआ है। 251 करोड़ रुपये के जलाए हुए उत्पादों में करीब 90 करोड़ रुपये के परफ्यूम्स और कॉस्मेटिक्स थे जिन्हें कंपनी को 2017 में अमेरिकी कंपनी कॉटी के साथ नई डील करने के बाद बर्बाद करने पड़े। खुदरा कारोबार से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि शानो-शौकत के सामान वाले कारोबार (लग्जरी गुड्स इंडस्ट्री) में उत्पादों को बर्बाद करना आम चलन है। ऐसा अपनी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी के अलावा ब्रैंड वैल्यू को संरक्षित करने के लिए किया जाता है। उसने कहा, ‘वे (लग्जरी ब्रैंड्स) अपने उत्पाद सस्ते में नहीं बेचना चाहते क्योंकि इससे ब्रैंड वैल्यू घटती है। समस्या यह है कि कितनी बिक्री होगी, यह जाने बिना अंदाजा लगाना होता है कि अडवांस में कितना स्टॉक तैयार किया जाए। इसलिए, गलत आकलन से कई बार सामान बच जाते हैं और कॉस्मेटिक्स एक वक्त के बाद खराब हो जाते हैं।’