नई दिल्ली
मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद कैफियत एक्सप्रेस के हादसे का शिकार होने पर रेल मंत्री ने इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी उनके इस्तीफे को मंजूर कर सकते हैं। इस बीच प्रभु के कैबिनेट सहयोगी वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा की सरकार में जवाबदेही एक अच्छी व्यवस्था है.जेटली ने कहा कि इस बारे में पीएम नरेंद्र फैसला लेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जेटली ने कहा, ‘रेल मंत्री ने जो भी अनुरोध किया है, उस पर पीएम नरेंद्र मोदी फैसला लेंगे।’
इससे पहले बुधवार को प्रभु ने कैफियत एक्सप्रेस के उतरने की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और हादसों की पूरी जिम्मेदारी ली थी।। एक बाद एक किए कई ट्वीट्स में सुरेश प्रभु ने लिखा था, ‘दुर्भाग्यपूर्ण हादसों में यात्रियों की मौतों और घायल होने से बहुत कष्ट हुआ है।’ हालांकि सुरेश प्रभु ने कहा कि रेल मंत्री के तौर पर उन्होंने सुरक्षा मानकों को मजबूत करने की दिशा में तमाम कदम उठाए हैं और बीते दो दशकों में सिस्टम के सुधार की उपेक्षा के माहौल को खत्म किया है।