(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) : हायपरएक्सचेंज कंपनी आई फोन 10 जैसे हाईएंड स्मार्टफोन को सस्ते में खरीदने का मौका देती है. ये कंपनी सेकेंड हैंड फोन को दुरुस्त करके सस्ते में आपके लिए उपलब्ध कराती है. रीफर्बिश्ड मोबाइल फोन का बाजार सालाना लगभग 400 फीसदी की तेजी से बढ़ रहा है. इसी मौके को भांप कर चार दोस्तों ने इस कंपनी की शुरुआत 2016 में की थी. महज दो साल कंपनी की आमदनी 25 करोड़ रुपये सालाना के पार पहुंच गई है. आइए जानें इसके बारे में…
हायपरएक्सचेंज की शुरुआत- कोलकाता स्थित हायपरएक्सचेंज एक ओ2ओ यानी ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन मार्केटप्लेस है. यहां से आप रीफर्बिश्ड गैजेट्स वारंटी या इंश्योरेंस के साथ खरीद सकते हैं. सत्निक रॉय, दीपांजन पुरकायस्थ, आशीष चक्रवर्ती और द्विजो चटर्जी ने मिलकर 2016 में कंपनी की नींव रखी. टेलीकॉम सेक्टर में बढ़ते कंपिटीशन से डेटा सस्ता होता जा रहा है, उसी तेजी से हर तबके में स्मार्टफोन की खपत बढ़ रही है. हायपरएक्सचेंज प्री-ओन्ड फोन की प्रीमियम कैटगरी में डील करता है. फोन से शुरू हुए इस कारोबार में धीरे-धीरे टैब, लैपटॉप जैसे गैजेट कंपनी जोड़ती जा रही है.
इस मॉडल पर किया काम- रिसेल मार्केट में कदम जमाना आसान काम नहीं है, खासकर ग्राहकों का भरोसा जीतना इस बिजनेस की सबसे बड़ी चुनौती है. एक से खरीदा हुआ गैजेट दूसरे को बेचते वक्त कई बातों का ध्यान रखा जाता है और कंपनी वैल्यू एड करने के साथ-साथ प्रोडक्ट पर वारंटी भी देती है.भरोसा दिलाने के बाद रिसेल रिटेलिंग की दूसरी बड़ी समस्या है खरीदार के अनुभव की सुविधा को बेहतर बनाना क्योंकि अक्सर असंगठित ग्रे मार्केट में खरीदारी करना ग्राहकों के लिए सुविधाजनक नहीं होता. इसके लिए कंपनी ने ऑनालाइन 2 ऑफलाइन प्लेटफॉर्म चुना. कंपनी अपनी वेबसाइट के अलावा ईबे, अमेजॉन जैसे सभी लीडिंग ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर रिटेलिंग करती है. साथ ही छोटे शहरों में पहुंच बनाने के लिए ऑफलाइन रिटेल का जरिया भी अपना रही है.
15 गैजेट प्रति मिनट बेचने का लक्ष्य- हायपरएक्सचेंज ने शुरुआत में 15 गैजेट्स प्रति महीने बेचें. आज वो 15 गैजेट प्रति घंटा बेच रहे हैं. कंपनी ने इस साल के अंत तक 15 गैजेट प्रति मिनट बेचने का लक्ष्य रखा हैं. कंपनी ने ऑफलाइन रिटेल के लिए देशभर के डिस्ट्रीब्यूटर्स से पार्टनरशिप की है जिससे इतनी ग्रोथ हासिल करना मुमकिन हुआ. फिलहाल हायपरएक्सचेंज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों से 50-50 फीसदी की कमाई कर रही है. लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि ऑफलाइन से रेवेन्यू बढ़कर 70 फीसदी हो जाएगा.