तेलंगाना: वेश्यावृत्ति के लिए 10 से कम उम्र की बच्चियों को हारमोन देकर किया गया था बड़ा।

इन 15 लड़कियों में से सिर्फ़ एक लड़की 14 साल की है और बाकी सभी लड़कियों की उम्र 10 साल से कम है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में गिरफ़्तार 15 लोगों में से 12 महिलाएं हैं।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : तेलंगाना के यदागिरी गुट्टा कस्बे में पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का पर्दाफ़ाश किया और 11 नाबालिग बच्चों को वेश्यालय से निकाला। ऐसा कहा जा रहा है कि छोटी बच्चियों को हॉर्मोन इंजेक्शन दिए जाते थे ताकि वो जल्दी बड़ी हो जाएं और फिर उनका वेश्यावृति के लिए इस्तेमाल किया जा सके। एफ़आईआर के मुताबिक एक स्थानीय निवासी ने एक महिला को एक बच्ची को बुरी तरह पीटते हुए देखने के बाद पुलिस से शिकायत की थी। उसे महिला और बच्ची के रिश्ते को लेकर शक़ था। जब पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया तो महिला ने बताया कि और भी बच्चे दूसरे लोगों के चंगुल में फंसे हुए हैं। महिला के बयान के बाद पुलिस ने छापे मारने शुरू किए और 11 लड़कियों को वेश्यालय से निकाला। चार और बच्चियों को तेलंगाना के भुवनगरी ने बचाया गया। इन 15 लड़कियों में से सिर्फ़ एक लड़की 14 साल की है और बाकी सभी लड़कियों की उम्र 10 साल से कम है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में गिरफ़्तार 15 लोगों में से 12 महिलाएं हैं। दो महिलाएं और एक आदमी अभी फ़रार हैं। पुलिस ने बीबीसी को बताया कि बचाए गए बच्चों को हैदराबाद के एक शेल्टर होम भेज दिया गया है। पुलिस ने इन अभियुक्तों पर 366 A, 371(1)(v), 376, 372, 373 और 120(b) धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने नरसिम्हम नाम के डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है जो इन लड़कियों के इंजेक्शन लगाता था। पुलिस ने उसके क्लिनिक से ऑक्सीटोसीन इंजेक्शन भी बरामद किए हैं। ये इंजेक्शन गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के वक़्त लगाए जाते हैं। पुलिस ने बताया है कि इन इंजेक्शनों की कीमत 25 हज़ार रूपए है। बीबीसी से बात करते हुए यदागिरी के एसीपी श्रीनिवासचरयुलु ने कहा, “ये बच्चियां तेलुगु भाषा बोल रही हैं, हम अभी ये पुष्टि नहीं कर पाए हैं कि इन बच्चियों का अपहरण किया गया था या इन्हें ख़रीद कर लाया गया था।” “जिस समय इन बच्चियों को लाया गया वो 6-7 साल की थीं और अब इनके परिजनों की पहचान करना मुश्किल हो गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि इन बच्चियों को ग़रीब परिवारों से 1-2 लाख रुपए में ख़रीदा भी गया हो सकता है। यहां कुछ यतीम बच्चियों को भी रखा गया है जिन्हें बाद में वेश्यावृत्ति में धकेला जाना था।” पुलिस के मुताबिक इस क्षेत्र में पहले भी कई छापे मारे जा चुके हैं और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया था। एसीपी ने कहा, “हम इस पेशे में शामिल लोगों को रोज़गार के मौके भी देना चाहते हैं लेकिन ये लोग ये धंधा छोड़कर काम करना नहीं चाहते हैं। हमने इनके घर तक ज़ब्त किए हैं।”

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