गूगल : #MeToo: में फंसे ऐंडी रुबिन को बचाने पर गूगल स्टाफ मैनेजमेंट से गुस्सा।

साल 2013 में जिस महिला के साथ विवाहित रुबेन का अफेयर चल रहा था, उसने ही उन पर आरोप लगाए थे।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ऐंड्रॉयड मोबाइल सॉफ्टवेयर बनाने वाले ऐंडी रुबिन ने अक्टूबर 2014 में जब कंपनी छोड़ी थी तो गूगल ने उन्हें धूमधाम से विदाई दी थी। रुबिन पर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद भी मोटा एग्जिट पैकेज देकर विदाई देने की खबर को लेकर गूगल के कर्मचारियों में काफी रोष है। कंपनी की साप्ताहिक मीटिंग में को-फाउंडर लैरी पेज और सीईओ सुंदर पिचाई  से इस बारे में मतदान के जरिए सख्त सवाल पूछे गए। मीटिंग में मौजूद एक सूत्र ने बताया, ‘एक सवाल था यौन शोषण के गंभीर आरोपों के बाद भी कंपनी ने एक ताकतवर शख्स को बचाने के लिए काफी कोशिश की। पीड़िता के साथ गूगल की कोई हमदर्दी नहीं थी?’  न्यू यॉर्क टाइम्स में आर्टिकल प्रकाशित होने के बाद कर्मचारियों ने पूछा कि आखिर यौन शोषण के आरोपी को किस आधार पर बड़ी रकम के साथ एग्जिट पैकेज दिया गया। कर्मचारियों का कहना है कि 90 मिलियन डॉलर (6,581 करोड़ रुपए लगभग) का पैकेज दिया गया, जबकि गूगल ने उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को प्राथमिक जांच में सही पाया था। रुबिन उन एग्जिक्यूटिव में से एक हैं जिन्हें गूगल यौन शोषण के आरोप के बावजूद पिछले एक दशक से बचाता रहा है। गूगल ने इन्हें लाखों डॉलर का पैकेज भी दिया। दूसरे मामले में एग्जिक्यूटिव बड़ी पोस्ट पर हैं और गूगल इन आरोपों के बारे में चुप है। रुबिन के प्रवक्ता सैम सिंगर ने कहा कि रुबिन को इस आरोप के बारे में बताया गया था और इसलिए स्वयं जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने पद से इस्तीफा दिया। बता दें कि साल 2013 में जिस महिला के साथ विवाहित रुबेन का अफेयर चल रहा था, उसने ही उन पर आरोप लगाए थे। महिला ने कहा था कि रुबेन ने उन्हें होटल के कमरे में जबरन ऑरल सेक्स के लिए मजबूर किया था।

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