उत्तर कोरिया ने अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र समेत दुनिया के देशों की चेतावनी को दरकिनार करते हुए फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दागा है. यह मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में जा गिरी. दक्षिण कोरिया और जापान ने इसकी जानकारी दी.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से नए प्रतिबंध लगाने के बाद उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण सामने आया है. उत्तर कोरिया ने एक महीने के अंदर दूसरी बार जापान के ऊपर से मिसाइल गुजारी है. उसकी इस हिमाकत ने एक बार फिर से तनाव बढ़ा दिया है.
दक्षिण कोरिया के मुताबिक यह मिसाइल करीब 770 किमी ऊपर जाकर प्रशांत महासागर में गिर गई. उत्तर कोरिया ने इस बैलिस्टिक मिसाइल को अपने पश्चिमी तट से पूर्वोत्तर की ओर लांच किया, जो जापान के होकाइडो के ऊपर से गुजरी. उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल सुबह 6:57 बजे दागी.
अमेरिका ने चीन और रूस से उत्तर कोरिया के उकसावे वाले मिसाइल परीक्षणों के खिलाफ अपनी असहिष्णुता जाहिर करने के लिए प्योंगयांग के खिलाफ प्रत्यक्ष तौर पर कार्रवाई करने की अपील की है. प्योंगयांग के एक और मिसाइल परीक्षण करने के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा, ‘‘चीन अपना अधिकतर तेल उत्तर कोरिया को मुहैया करवाता है. रूस उत्तर कोरियाई मजदूरों की बड़ी संख्या में नियुक्ति करता है. चीन और रूस को उस पर प्रत्यक्ष कार्रवाई करते हुए उसके लापरवाही भरे मिसाइल प्रक्षेपणों के खिलाफ अपनी असहिष्णुता जाहिर करनी चाहिए.’’
वहीं, जापान ने कहा कि यह मिसाइल जापान के होकाइडो के ऊपर से सुबह 07:04 बजे से 07:06 बजे के बीच गुजरी. हालांकि इससे उसके नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयास की धज्जियां उड़ा दी है. हम ऐसी किसी भी उकसावे की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. आबे ने कहा उत्तर कोरिया को सबक सिखाने के लिए तुरंत प्रतिबंधों को लागू करने का वक्त आ गया है.
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक बुलाने का आह्वान किया. आबे ने कहा कि वैश्विक समुदाय को एकजुट होकर उत्तर कोरिया को साफ संदेश देने की जरूरत है. उत्तर कोरिया विश्व की शांति के लिए खतरा बन गया है. उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरिया लगातार ऐसी हरकत करता रहा, तो उसका भविष्य अच्छा नहीं होगा.
इससे पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका और जापान को तबाह करने की धमकी दी थी. सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में उत्तर कोरिया पर हालिया न्यूक्लिर टेस्ट के बाद और प्रतिबंध लगाए जाने के मुद्दे पर बैठक हुई. इस बैठक से बौखलाए उत्तर कोरिया ने जापान और अमेरिका कड़ी आलोचना की थी.